टीटीई को बचाने की जुगत में जुटी जीआरपी
फैजाबाद : यात्री सौरभ द्विवेदी को ट्रेन से फेंके जाने को लेकर जीआरपी फैजाबाद को क्लीनचिट सीओ जीआरपी
फैजाबाद : यात्री सौरभ द्विवेदी को ट्रेन से फेंके जाने को लेकर जीआरपी फैजाबाद को क्लीनचिट सीओ जीआरपी आरडी यादव ने दे दी। सीओ का कहना कि घटना गोंडा क्षेत्र की है, तो विवेचना वही करेगी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सीओ जीआरपी को घटना के 48 घंटे बाद भी नहीं मालूम की ट्रेन में स्कोर्ट रही कि नहीं। उसके अनुसार गोरखपुर-यशवंतपुर ट्रेन में कानपुर से लखनऊ तक स्कोर्ट की व्यवस्था है। उसके आगे कि उन्हें जानकारी नहीं। पीड़ित परिवारीजनों का आरोप है कि घटना के आरोपित टीटीई को बचाने का प्रयास जीआरपी कर रही है। ट्रेन से यात्री सौरभ को फेंके जाने को लेकर जीआरपी फैजाबाद कटघरे में है। रोंगटे खड़ी करने वाली यह घटना दो दिन पहले की है। गोरखपुर से फैजाबाद आते वक्त मनकापुर से आगे यात्री को ट्रेन से धक्का दिया गया। जीआरपी ने इसमें इतनी तेजी दिखाया कि यात्रियों के खिलाफ लूट का केस दर्ज कर लिया। बड़े दबाव के बाद उसने आरोपित टीटीई के खिलाफ हत्या का प्रयास करने की रिपोर्ट दर्ज किया। उसके बाद दोनों को क्षेत्राधिकार का हवाला देकर जीआरपी गोंडा को विवेचना स्थानांतरित कर दिया। आरोप है कि यात्री को फेंके जाने में आरोपित टीटीई को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसीलिए ट्रेन में स्कोर्ट की रही कि नहीं यह जीआरपी तय नहीं कर सकी। ऐसे में ट्रेन स्कोर्ट की अनदेखी से सवाल उठना लाजिमी है। ट्रेन से फेंके गए यात्री के शरीर में 27 स्थानों पर टांके लगे हैं। निजी नर्सिंग होम में उसका इलाज चल रहा है। वह खतरे से बाहर है। जीआरपी विवेचना स्थानांतरित कर खुद पर लग रहे आरोपों से बच निकलने की जुगत में है।