टीटीइ पर दर्ज हुआ हत्या के प्रयास का मुकदमा
फैजाबाद : मंगलमय रेल यात्रा कैसे होगी, जब ट्रेन में मौजूद जिम्मेदार ही यात्रियों की जान के दुश्मन
फैजाबाद : मंगलमय रेल यात्रा कैसे होगी, जब ट्रेन में मौजूद जिम्मेदार ही यात्रियों की जान के दुश्मन बन रहे हैं। सौरभ और उसके साथी सुनील के साथ गोरखपुर-यशवं पुर एक्सप्रेस में जो भयावह समय बीता उसके बाद तो इस बात सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि ट्रेनों में यात्रियों को बदमाशों से ज्यादा रेल कर्मचारियों से ही खतरा है। सौरभ प्रकरण में जिम्मेदारों को होश आया। गलती में सुधार हुआ और देर रात टीटीइ अनिल कुमार ¨सह के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा फैजाबाद जीआरपी ने दर्ज किया। घायल सौरभ का इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है।
गोंडा जिले के मनकापुर निवासी सौरभ दुबे मंगलवार को गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस से फैजाबाद आ रहे थे। साधारण श्रेणी का टिकट लेकर आरक्षित बोगी में सवार सौरभ ने जुर्माना भरने के बाद टीटीइ से जब रसीद मांगी तो टीटीइ ने न सिर्फ विवाद किया बल्कि अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर तानते हुए सौरभ को ट्रेन से नीचे धकेल दिया। अपना गला फंसता देख टीटीइ ने फैजाबाद जीआरपी पहुंच नई कहानी बनाकर सौरभ और उसके साथी सुनील पर 6600 रुपये और सोने की चेन लूटने का आरोप लगाया। दिन भर सौरभ के परिजन अपना पक्ष रखने के लिए थाने दौड़ते रहे लेकिन कानूनी पचड़ा समझाते हुए मुकदमा नहीं दर्ज किया गया। देर रात प्रकरण रेलवे पुलिस के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो पहले ना-ना करने वाली स्थानीय जीआरपी ने सौरभ की ओर से भी मुकदमा दर्ज किया। सौरभ से मिलने अस्पताल पहुंचे स्थानीय रेलवे पुलिस के उपनिरीक्षक भी पीड़ित को आई गंभीर चोट देख कर दंग रह गए। कहीं न कहीं उन्हें भी इस बात का इल्म हो गया था कि चूक हुई है। इसीलिए देररात जीआरपी ने टीटीइ के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा पंजीकृत कर लिया। प्रभारी निरीक्षक डीके वर्मा ने बताया कि सौरभ की ओर से भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों विवेचनाएं गोंडा जीआरपी को हस्तांतरित की जाएंगी।
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एनइआर ने भी बैठाई जांच
यात्री को ट्रेन से फेंके जाने की जांच पूर्वोत्तर रेलवे ने भी बैठा दी है। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिच्य प्रबंधक आशीष भाटिया ने बताया कि प्रकरण गंभीर है। इसलिए जांच शुरू करा दी गई है। बयान दर्ज कराने के लिए टीटीइ को बुलाया गया है। सौरभ का पक्ष जानने के लिए भी रेलवे के अधिकारियों की टीम जाएगी। दोष सिद्ध हुआ तो टीटीइ के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आशीष भाटिया की मानें तो उन्हें जो जानकारी दी गई उसके मुताबिक एक कॉलेज के कुछ छात्र ट्रेन की आरक्षित बोगी में सवार थे, जिनसे टिकट मांगा गया तो वे ट्रेन से कूद कर भाग गए। सौरभ एक सीमेंट कंपनी में एरिया मैनेजर हैं इसकी जानकारी सीनियर डीसीएम को नहीं थी। उन्होंने बताया कि छात्रों के ट्रेन से कूदने की सूचना उन्हें थी। टीटीइ के पास लाइसेंसी रिवाल्वर होने के सवाल पर उनका कहना था कि आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए रिवाल्वर रखी होगी लेकिन हथियार रखने की सूचना टीटीइ को अपने उच्चाधिकारियों देनी चाहिए थी।