एक गांव के किसान, सभी का 35 प्रतिशत नुकसान
फैजाबाद/रुदौली: अभी महज एक सप्ताह का समय बीता, जब रुदौली तहसील में ओलावृष्टि से प्रभावित 23 गांवों क
फैजाबाद/रुदौली: अभी महज एक सप्ताह का समय बीता, जब रुदौली तहसील में ओलावृष्टि से प्रभावित 23 गांवों के सर्वे पर अंगुली उठी थी। वही गलती तहसील प्रशासन ने फिर दोहराई। बुधवार को सरायमंझन गांव में जिले के नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम डॉ. सूर्यप्रताप ¨सह ने जब लेखपाल से सर्वे रिपोर्ट मांगी तो उसे देखते ही वह हतप्रभ रह गए। गांव के लगभग 200 से अधिक किसानों का महज 35 प्रतिशत लेखपाल ने दर्शाया था। उन्होंने पूछा कि क्या सभी किसानों का बराबर नुकसान हुआ है, किसी का कम या ज्यादा नहीं। प्रमुख सचिव ने खुद माना कि सर्वे सही तरीके से नहीं किया गया। प्रमुख सचिव डॉ. सूर्यप्रताप ने कहा कि पूरे प्रदेश में रबी की फसल चौपट हो गयी है। 73 जिलों में 50 जिले आपदाग्रस्त घोषित किए गए हैं। यहां पर लेखपाल व कानूनगो खेत नहीं गए हैं। अगर खेत में जाकर सर्वे किया जाता तो प्रत्येक किसान का 35 प्रतिशत नुकसान नहीं दर्शाया जाता। उन्होंने एसडीएम रुदौली को दोबारा सर्वे कराकर रिपोर्ट भेजने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह सर्वे कतई मान्य नहीं है। गलत किया गया है। प्रमुख सचिव ने माना कि गांव में या चौराहे पर एक स्थान पर बैठकर क्षतिग्रस्त फसल का सर्वे राजस्वकर्मी कर रहे हैं।
फसल कट चुकी है तो अनुमान से करें सर्वे
प्रमुख सचिव डॉ. ¨सह के सामने तमाम किसानों ने यह बातें उठायी कि फसल कट चुकी है, खेत खाली हो गए हें। इस पर उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में अनुमान के आधार पर सर्वे कराया जाए।
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खुले मन से करें सपोर्ट
प्रमुख सचिव ने किसान की फसल तबाही के मुद्दे पर कहा कि अफसर खुले मन से किसानों का सपोर्ट करें। यह आपदा की स्थिति है। आज किसानों पर तो कल अफसरों पर भी आ सकती है। सभी अधिकारी व कर्मचारी किसान का साथ दें।