बाराबंकी से ही कुलपति को भेजा गया था धमकी भरा पत्र
फैजाबाद : अवध विवि के कुलपति प्रो. जीसीआर जायसवाल को मिली धमकी के मामले में एक माह बाद पुलिस सिर्फ
फैजाबाद : अवध विवि के कुलपति प्रो. जीसीआर जायसवाल को मिली धमकी के मामले में एक माह बाद पुलिस सिर्फ इतना पता लगा सकी कि धमकी भरा पत्र बाराबंकी जिले से ही भेजा गया था। डाक से भेजे गए धमकी भरे पत्र पर बाराबंकी की मुहर लगी होने की वजह से आरंभ से ही पुलिस को आशंका थी कि पत्र बाराबंकी जिले से ही भेजा गया है लेकिन मुहर का सत्यापन न हो पाने के कारण इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही थी। एक माह के लंबे अंतराल के बाद पुलिस के हाथ कुछ तथ्य भले लग गए हों लेकिन अभी यह पता नहीं चल सका है कि धमकी भरा पत्र भेजने वाला शख्स कौन था। फिलहाल ठंडी पड़ती दिख रही जांच को अब पुलिस की दलीलें ही ¨जदा रखे हुए हैं। विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक राजबली ¨सह ने बताया कि मुहर का सत्यापन करा लिया गया है। हर पहलू को ध्यान में रखकर विवेचना की जा रही है।
अवध विवि के कुलपति प्रो. जायसवाल को गत 20 फरवरी को जान से मारने की धमकी भरा पत्र भेजा गया था। कुलपति को धमकी भरा पत्र मिलने के संबंध में कोतवाली नगर में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है, जिसमें पत्र भेजने वाले मध्यप्रदेश के बालाघाट निवासी हुमायूं रशीद खां को नामजद कराया गया है। धमकी मिलने के बाद से कुलपति की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इस प्रकरण को सीटों से अधिक प्रवेश लेने वाले कॉलेजों पर कुलपति की ओर से कसे गए शिकंजे से जोड़ कर देखा जा रहा है। धमकी भरे पत्र पर बाराबंकी जिले के डाकघर की मुहर पाई गई थी, जिसके बाद पुलिस मुहर का सत्यापन कराने का प्रयास कर रही थी। गत दिनों इस आशंका का भी समाधान हो गया और पुलिस जांच में पाया गया कि पत्र बाराबंकी के ही हेड पोस्ट ऑफिस से संबंधित डाकघर से भेजा गया है। लेकिन यह पत्र किस तिथि को भेजा गया यह स्पष्ट नहीं हो सका है। मुहर का सत्यापन करने के बाद पुलिस अब एक बार फिर मध्य प्रदेश जाएगी। इसके लिए डीआइजी से अनुमति को लेकर कार्यवाही आरंभ कर दी गई है। मध्यप्रदेश जाकर पुलिस बालाघाट में आरोपी हुमायूं रशीद खां के नाम पते की शिनाख्त करेगी।