अयोध्या को उन जैसे मर्मज्ञ की आवश्यकता
अयोध्या: सुविख्यात रामकथा मर्मज्ञ संत प्रेमभूषण को संतों ने बधाई दी कि वे चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से
अयोध्या: सुविख्यात रामकथा मर्मज्ञ संत प्रेमभूषण को संतों ने बधाई दी कि वे चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक रामनगरी में लगातार 12 वर्ष तक रामकथा का संकल्प पूर्ण कर रहे हैं। साथ ही उनसे भविष्य में भी अयोध्या में रामकथा करते रहने का आग्रह किया। कहा कि अयोध्या को उन जैसे कथा मर्मज्ञ की बहुत आवश्यकता है।
मौका, रामवल्लभाकुंज में प्रेमभूषण के मंच पर ही आयोजित संत सम्मान समारोह एवं सम्मेलन का था। इस दौरान मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्यगोपालदास, जगद्गुरु वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जगद्गुरु स्वामी श्रीधराचार्य, महंत रामशंकरदास वेदांती, भक्तमाल के महंत कौशलकिशोरदास, महंत अवधेशदास, डॉ. रामानंदाचार्य, रामकथा मर्मज्ञ स्वामी राजेश्वरानंद, रंगमहल के महंत रामशरणदास आदि ने विचार रखे और सभी ने रामकथा की महिमा का विवेचन करने के साथ स्वामी प्रेमभूषण से आगे भी अयोध्या को रामकथा सुनाते रहने का आग्रह किया। स्वामी प्रेमभूषण ने कुछ माह पूर्व से ही यह घोषणा कर रखी है कि 12 वर्ष तक कथा का संकल्प पूर्ण होने के बाद वे अयोध्या में रामकथा नहीं कहेंगे।
संत सम्मेलन के दौरान स्वामी प्रेमभूषण एवं रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमारदास की ओर से तीन सौ के करीब संतों को उत्तरीय, दक्षिणा एवं वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। संतों ने रामवल्लभाकुंज की ओर से प्रस्तावित रामार्चा मंदिरम का निर्माण पुन: शुरू होने और इस संकल्प में संत प्रेमभूषण के सहयोग पर खुशी भी दर्शाई।