स्मार्ट सिटी बनाने के औचित्य को बल
अयोध्या: यूथ इंटेलेक्चुअल फोरम आफ इंडिया के संयोजक, हेल्थ एंड वेलनेस ट्रस्ट आफ अयोध्या के निदेशक तथा
अयोध्या: यूथ इंटेलेक्चुअल फोरम आफ इंडिया के संयोजक, हेल्थ एंड वेलनेस ट्रस्ट आफ अयोध्या के निदेशक तथा साकेत महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजवीर ¨सह ने अयोध्या एवं फैजाबाद को आधुनिक आवश्कताओं के अनुरूप स्मार्ट सिटी बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह ग्राम्यांचलों से शहरों की ओर पलायन हो रहा है, ऐसे में स्मार्ट सिटी समय की मांग है। वे साकेत महाविद्यालय में अयोध्या-फैजाबाद एक स्मार्ट सिटी विषयक् गोष्ठी में विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने वर्ल्ड कौंसिल आफ स्मार्ट सिटी की ओर से सुनिश्चित आठ आधारभूत तत्व का जिक्र करते हुए बताया कि गुड गवर्नेंस, स्मार्ट एनर्जी, स्मार्ट बि¨ल्डग्स, स्मार्ट मोबिलिटी, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट हेल्थ केयर, बेहतर परिवहन, बेहतर पुनर्वासन, इंफारमेशन एवं कम्युनिकेशन, वे आयाम हैं, जिनके बूते किसी शहर को स्मार्ट सिटी होने का गौरव मिलता है। समाजशास्त्री डॉ. मनोज छापड़िया ने स्मार्ट सिटी को वर्तमान जीवन की आवश्यकता बताई। मनोविज्ञान विभाग के व्याख्याता डॉ. आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि अयोध्या-फैजाबाद में वह सारी संभावनाएं हैं, जिस आधार पर इसे स्मार्ट सिटी बनाई जानी चाहिए। इस दौरान डॉ. कनक त्रिपाठी ने भी विचार रखे। अयोध्या-फैजाबाद को स्मार्ट सिटी बनाए जाने की मुहिम के संयोजक डॉ. राजवीर ¨सह ने इस मौके पर स्मार्ट सिटी का परिकल्पित चित्र भी जारी किया। साथ ही बताया कि शीघ्र ही जुड़वा शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने से संबंधित मांग का प्रस्ताव प्रधानमंत्री, शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजा जाएगा। गोष्ठी में समाजसेवी गौतम पांडेय, सैन्य विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. नंदकिशोर, डॉ. रामअवतार, डॉ. अजयमोहन, डॉ. तारिक सईद, डॉ. अजय मिश्र, शोधार्थी आनंद ¨सह, डॉ. प्रदीप ¨सह, प्रो. एके ¨सह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।