पांच अधिवक्ता निलंबित रिपोर्ट प्रशासनिक न्यायाधीश को
फैजाबाद : वादकारी को पीटने के मामले में फैजाबाद बार एसोसिएशन ने गुरुवार को कड़ा रुख अपनाया। आरोपित व
फैजाबाद : वादकारी को पीटने के मामले में फैजाबाद बार एसोसिएशन ने गुरुवार को कड़ा रुख अपनाया। आरोपित वकीलों रामशंकर त्रिपाठी, राकेश मिश्र, मुकुल बिसारिया, उत्तम गिरी व वीरेंद्र तिवारी को दो-दो माह के लिए निलंबित कर दिया गया। इस अवधि तक सभी को सद्भाव बनाए रखने व भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न करने की हिदायत दी गई है। उधर जिला जज केपी ¨सह ने कचहरी में पीएसी लगाने की मांग को यह कह कर नकार दिया है कि यह वकीलों का आपसी मामला है। दीवानी न्यायालय परिसर से पुलिस चौकी को हटाने की मांग से इंकार किया है। उनका कहना है कि चौकी की स्थापना उनके आदेश से नहीं हुई है। जिला जज ने बताया कि इस प्रकरण में अवमानना की बाबत कोई आख्या उच्च न्यायालय को नहीं भेजी गई है। वकीलों को हड़ताल न करने के लिए कई बार आग्रह किया, लेकिन कोई नतीजा नही निकला।
अध्यक्ष कालिका प्रसाद मिश्र ने बताया कि सामान्य सदन की बैठक में लंबे विचार विमर्श के बाद पांचों वकीलों के निष्कासन का फैसला लिया गया। घटना का विस्तृत विवरण इलाहाबाद उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश (एजे) को भेजा जाएगा। कचहरी पुलिस चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार ¨सह से पूर्व में कई वकीलों से नोंक-झोंक को देखते हुए उन्हें यहां से स्थानानांरित करने की मांग की गई है।
बुधवार को हुई वारदात में आरोपित वकीलों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर सुबह फैजाबाद बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक के बाद सामान्य सदन में मामला पेश किया गया। सामान्य सदन की बैठक हंगामी रही। आरोपित वकीलों से उनका पक्ष सुना गया। सभी ने घटना में लिप्तता से इंकार किया। काफी देर तक आरोपित वकीलों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर सदन एकमत नही हो सका। नौबत यहां तक आई कि कार्रवाई का प्रस्ताव देने वालों कुछ वकीलों ने बार एसोसिएशन से स्वयं के ही निष्कासन का प्रस्ताव पेश कर दिया। अंतत अध्यक्ष को पांचों वकीलों के निलंबन का फैसला सुना दिया। बैठक को लेकर वकीलों ने हड़ताल रखी। शुक्रवार को भी शहीद अशफाक उल्ला के बलिदान दिवस के सिलसिले में हड़ताल रहेगी।