कुल्हाड़े के प्रहार से महंत की हत्या
अयोध्या: कुल्हाड़े के प्रहार से कारसेवक पुरम के सामने स्थित गंगा भवन मंदिर के कार्यवाहक महंत विजयरामदास की हत्या कर दी गई। वे 40 वर्ष के थे। उनकी गणना शीर्षस्थ महंत नृत्यगोपालदास के प्रभावी शिष्यों में होती थी। जिस गंगा भवन मंदिर में विजयरामदास की हत्या हुई, उसके स्वामी महंत नृत्यगोपालदास ही हैं और उन्हीं के निर्देश पर वे गंगा भवन का संचालन करते थे।
समझा जाता है कि विजयरामदास की हत्या गुरुवार की देर रात्रि में ही की गई। उनके सिर और गर्दन पर कुल्हाड़े से प्रहार के निशान हैं। पुलिस ने कक्ष के कोने से वह कुल्हाड़ा भी बरामद किया है, जिससे विजयरामदास की हत्या की गई। महंत के शव के पास से एक प्रयुक्त कंडोम, दो कंडोम का पैकेट एवं चूड़ियां भी बरामद की गईं। पहली नजर में बरामद सामान बताते हैं कि महंत की हत्या आशनाई के फेर में हुई। पुलिस ने महंत की सेवा में रहने वाली 50 वर्षीय पूजा नामक महिला सहित मंदिर के पुजारी सूर्यनारायण पांडेय एवं मंदिर में ही रहने वाले तीन छात्र रमेश, दिलीप तथा विनय को हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है।
मंदिर में रहने वालों पर संदेह का आधार यह है कि उन्होंने अपनी ओर से महंत की हत्या की सूचना पुलिस को देने की जरूरत नहीं समझी और प्रात: आठ बजे के करीब मुहल्ले के एक व्यक्ति ने पुलिस को हत्या की जानकारी दी।
महंत की हत्या की खबर सनसनी का सबब रही। देखते-देखते बड़ी संख्या में लोग गंगा भवन के सामने एकत्रित हो गए। पुलिस भी मामले की संवेदनशीलता के मद्देनजर युद्ध स्तर पर सक्रिय हुई। एसएसपी केबी सिंह ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कराया। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा सहित एसपी आरए पीयूष रंजन श्रीवास्तव, सीओ सीपी सिंह आदि भारी पुलिस बल के साथ मौके पर नजर आए। मामले की विवेचना अयोध्या कोतवाल हरिहरनाथ मिश्र को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि जांच समुचित दिशा में चल रही है, हालांकि उन्होंने जांच की दिशा का खुालासा करने से इंकार किया। महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास की ओर से अज्ञात के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
इस बीच सांसद लल्लू सिंह, रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमारदास, मणिरामदास जी की छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयनदास, नाका हनुमानगढ़ी के प्रशासक पुजारी रामदास, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महंत मनमोहनदास, महंत रामकुमारदास, नगर पालिका की स्वास्थ्य समिति के चेयरमैन पुजारी रमेशदास, महंत अवधबिहारीदास 'अर्जुनदास', निर्वाणी अनी अखाड़ा के राष्ट्रीय महासचिव महंत गौरीशंकरदास, रामभद्रदास, साकेत महाविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अभिषेक मिश्र, भाजपा नेता रत्नेश मिश्र रज्जू, वेदज्ञ आचार्य श्रुतिधर मिश्र, प्रवचनकर्ता कमलेशदास, सभासद दुर्गेश पांडेय, वीरेंद्र पांडेय 'पुत्तीलाल' आदि भी मौके पर पहुंचे और घटना पर दुख व्यक्त करने के साथ हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की।