दीक्षांत समारोह में दी गई कारी व हाफिज की डिग्रियां
फैजाबाद: सूफी संत शेख मख्दूम अहमद अब्दुल हक रुदौलवी के 597वें उर्स के अवसर पर बुधवार को विशेष रूप से दो धार्मिक पुस्तकों का विमोचन व दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जामिया चिश्तिया शैखुल आलम रुदौली के द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'अल हिदाया' व 'आयते मौदत' का दरगाह शरीफ के सज्जादानशीन शाह अम्मार अहमद अहमदी नैय्यर मियां के द्वारा विमोचन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. शमीम मुनअमी पटना के हाथों जामिया चिश्तिया से उत्तीर्ण होने वाले हाफिज व कारी को प्रमाण पत्र व दस्तार से नवाजा गया। इससे पूर्व मुफ्ती जलालुद्दीन अब्दुल मतीन फिरंगी महल व मुफ्ती नईम फारुकी ने जलसे को खिताब किया। इस अवसर पर काफी संख्या में छात्र व शिक्षक, अभिभावक समेत जायरीन मौजूद रहे। बुधवार सुबह चार बजे मजार शरीफ का गुस्ल कर चादरपोशी की गयी। दोपहर बाद महफिल शमां का आयोजन किया गया दूसरे कुल व नमाज असर के बाद उर्स समाप्त हो गया। नैय्यर मियां द्वारा कौम व देशवासियों के अमन के लिए दुआ की गयी।