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कई मोहल्लों को झेलना होगा जलभराव

जागरण संवाददाता, इटावा : बरसात की दस्तक के साथ ही शहर के कई मोहल्लों के बाशिंदों की धड़कनें बढ़ने लगी

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 01:01 AM (IST)
कई मोहल्लों को झेलना होगा जलभराव
कई मोहल्लों को झेलना होगा जलभराव

जागरण संवाददाता, इटावा : बरसात की दस्तक के साथ ही शहर के कई मोहल्लों के बाशिंदों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं। बीते पांच सालों से जलभराव का दंश झेल रहे लोगों को इस वर्ष उनके क्षेत्र में नाला बन जाने के बाद जलभराव से निजात मिलने की उम्मीद लगी हुई थी। लेकिन नाला बनवाने के प्रस्तावों को निरस्त किए जाने से लोगों को जलभराव की समस्या जूझना पड़ सकता है।

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नगर पालिका परिषद ने बोर्ड की बैठकों में जलभराव वाले इलाकों में नाले बनवाने के लिए 3693.44 लाख के प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन के पास भेज दिया था। जिला प्रशासन ने भी नाला निर्माण का प्रस्ताव बनाने के लिए कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस को निर्देश दिए थे। सीएंडडीएस ने ये प्रस्ताव जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को भेजे थे, लेकिन शासन द्वारा उन प्रस्तावों को कोई तवज्जो न देकर निरस्त कर दिया गया। इसके चलते इस वर्ष भी संबंधित क्षेत्र के लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ेगा।

नाला एक : शांति कालोनी के लिए बनी थी कार्य योजना

शांती कालोनी में जल भराव की समस्या के निराकरण के लिए सीएंडडीएस यूनिट द्वारा नगर पालिका परिषद के प्रस्ताव को लेकर कार्य योजना बनाई थी, इस नाले को 223.92 लाख की लागत से तैयार किया जाना था। कार्यदायी संस्था ने शासन को प्रस्ताव भेजा था, जिस पर अभी कोई अमल नहीं किया गया है। इस मोहल्ले के लोगों को इस वर्ष भी जलभराव से जूझना होगा।

नाला दो : मैनपुरी फाटक से कुनैरा गांव तक ट्रंक ड्रेन का निर्माण

मैनपुरी फाटक, रणवीर नगर, आइटीआइ चौराहा सहित संबंधित क्षेत्र को जल भराव से बचाने के लिए नगर पालिका परिषद को सीएंडडीएस ने 1192.26 लाख का प्रस्ताव बना कर दिया था। संस्था ने इसके निर्माण का प्रस्ताव भी एक साल पूर्व शासन भेजा था, अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। यह प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में चला गया है।

नाला तीन : मोतीझील तालाब की जल निकासी हेतु

मोतीझील तालाब से पुलिस लाइन होकर नुमाइश रोड होते हुए केकेडीसी तक जल भराव की समस्या के निराकरण हेतु सीएंडडीएस द्वारा नाला निर्माण के लिए 1226.34 लाख का प्रस्ताव नगर पालिका को प्रेषित किया गया था, इसके निर्माण की भी अभी तक स्वीकृत नहीं मिली है।

नाला चार : राजपूत कालोनी वाले कच्चे नाले को पक्का कराने का कार्य

दीप टाकीज क्षेत्र में जलभराव की समस्या के निराकरण के लिए कार्यदायी संस्था द्वारा नाला निर्माण के लिए 292.96 लाख की कार्य योजना बनाई थी। तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा 9 मार्च 2017 को इसे प्रदेश सरकार के पास भेज दिया था, लेकिन अभी तक धन की स्वीकृत नहीं मिल सकी है।

नाला पांच : आजाद नगर टीला क्षेत्र में स्टोर्म वाटर पं¨पग स्टेशन साइफन नाला

आजाद नगर टीला निचले इलाके में बसा हुआ है। वाटर लॉ¨गग की विकराल समस्या को देखते हुए पं¨पग स्टेशन एवं राइ¨जग मेन बिछाने के निर्माण के लिए 110.28 लाख का प्रस्ताव तैयार करके 22 जनवरी 2016 को नगर पालिका को दिया गया था। इस प्रस्ताव को भी शासन के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया था, जो पास नहीं हो सका।

क्या बोले जिम्मेदार

शहर को जलभराव की समस्या से उबारने के लिए मुख्य नालों के निर्माण के प्रस्ताव नगर पालिका के माध्यम से तथा जिलाधिकारी द्वारा शासन को प्रेषित किए गए थे। उनके लिए धन अवमुक्त नहीं किया जा सका तथा प्रस्ताव निरस्त कर दिए गए हैं। इसके चलते नालों का निर्माण कराया जाना अब संभव नहीं लग रहा है।

- राम ¨सह, अधिशासी अभियंता, सीएंडडीएस, उप्र जल निगम।


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