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बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीण परेशान

जागरण संवाददाता, इटावा : बीते तीन माह से ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता बिजली की अघोषित कटौती से खासे प

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 01:01 AM (IST)
बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीण परेशान
बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीण परेशान

जागरण संवाददाता, इटावा : बीते तीन माह से ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता बिजली की अघोषित कटौती से खासे परेशान हैं। भीषण गर्मी और उमस से झुलस रहे बिजली उपभोक्ताओं को शासन द्वारा जारी किए गए निर्देश के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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इस समय पड़ रही बदन को झुलसाने वाली उमस व गर्मी जहां लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है, वहीं बिजली की कटौती से लोग त्रस्त हैं। उप्र पावर कारपोरेशन तथा प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र को 18 घंटे बिजली आपूर्ति का रोस्टर जारी किया हुआ है, लेकिन लोगों को 10 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है। बिजली की अघोषित कटौती से कस्बों की पेयजल व्यवस्था चरमरा गई है। आटा चक्की बंद हो जाने से लोगों को शहर की ओर पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली न आने से ¨सचाई के अभाव में फसलें भी सूखने लगी हैं। जसवंतनगर, महेवा, बकेवर, उदी, ताखा, भरथना, बसरेहर आदि स्थानों पर बिजली कटौती से लोग परेशान हैं।

इकदिल संवादसूत्र के अनुसार कस्बा एवं ग्रामीण क्षेत्र में अघोषित विद्युत कटौती के कारण बिजली न आने से भीषण गर्मी में लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत कटौती का कोई समय निर्धारित नहीं है, बिजली कब आती है और कब चली जाए इसका भरोसा नहीं है। लोगों ने कई बार मांग की है कि विद्युत कटौती का समय निर्धारित किया जाए, लेकिन आज तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया जिससे लोगों में भारी रोष व्याप्त है। विद्युत कटौती के चलते जनमानस कराह उठा है। बिजली की अव्यवस्था से सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चे परेशान हैं, उनकी रात की नींद हराम है। बिजली की कटौती को लेकर जिला प्रशासन और विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों की अनदेखी ¨चता का बिषय है क्योंकि बिजली की किल्लत के साथ-साथ पीने के पानी की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है और लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। विद्युत उपभोक्ताओं ने मांग की है कि शीघ्र ही बिजली कटौती का समय निर्धारित किया जाए जिससे लोगों को इस परेशानी से छुटकारा मिल सके।

क्या बोले जवाबदेह

ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली आपूर्ति करने का रोस्टर दिया गया है, लेकिन 15 घंटे से अधिक बिजली नहीं मिल पा रहीं है। बिजली कटौती का समय सुबह पौने सात बजे से पौने 12 बजे तक का है। शाम को आपात कटौती का कोई समय नहीं है। - परशुराम यादव, अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मंडल इटावा।


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