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हाइवे-1 हाइवे पेट्रोलिंग को नहीं खुले थाने, असुरक्षित सफर

-दो साल पहले लिए गए फैसले पर नहीं हो सका अमल -प्रत्येक पांच किमी पर हाइवे सुरक्षा मोबाइल भी नाका

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 May 2017 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 26 May 2017 01:01 AM (IST)
हाइवे-1 हाइवे पेट्रोलिंग को नहीं खुले थाने, असुरक्षित सफर
हाइवे-1 हाइवे पेट्रोलिंग को नहीं खुले थाने, असुरक्षित सफर

-दो साल पहले लिए गए फैसले पर नहीं हो सका अमल

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-प्रत्येक पांच किमी पर हाइवे सुरक्षा मोबाइल भी नाकाम

जागरण संवाददाता, इटावा : यमुना एक्सप्रेस-वे पर जेवर गाजियाबाद में बुलंदशहर दुष्कर्म कांड की पुनरावृत्ति हुई तो हाइवे पर सुरक्षित सफर के सवाल ने झकझोर दिया। सड़क यातायात के नक्शे में प्रमुख स्थान रखने वाला इटावा जिला पांच हाइवे के केंद्र में है। इनमें तीन नेशनल, एक स्टेट हाइवे व लखनऊ-नोएडा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे है। इन पर सुरक्षित सफर के लिए समय-समय पर कार्ययोजनाएं तो बनीं, लेकिन लुटेरों के कारनामे उन पर हमेशा सवाल खड़ा करते रहे हैं।

जुलाई 2015 में हाइवे पेट्रो¨लग योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश कोर रोड नेटवर्क डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत जनपद में हाइवे पुलिस के दो नए थाने खोले जाने का फैसला लिया गया था। औरैया के अनंतराम बार्डर से लेकर फिरोजाबाद के सिरसागंज बार्डर तक करीब 75 किमी सीमा में दो नए थाने खोले जाने का प्रस्ताव था। योजना के तहत 50 किमी पर एक थाना प्रस्तावित किया गया। पेट्रो¨लग के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाने थे। हाइवे पर लगातार पेट्रो¨लग से अपराधियों तक जल्द पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन प्रस्ताव फाइल में कैद होकर रह गया।

सवालों के घेरे में हाइवे सुरक्षा मोबाइल

अगस्त 2016 में नेशनल हाइवे पर हर पांच किमी पर हाइवे सुरक्षा मोबाइल तैनाती की योजना में हर थाने की एक पुलिस चौकी बनाने का निर्णय लिया गया। कठफोरी बॉर्डर से लेकर अनंतराम बॉर्डर तक 75 किमी के हाइवे पर हर 10 किमी पर हाइवे की जिम्मेदारी एक सुरक्षा मोबाइल को दी गई। लेकिन लुटेरों के अंदाज से हाइवे सुरक्षा मोबाइल की सक्रियता सवालों के घेरे में रही है। दिसंबर 2016 में एकीकृत आपातकालीन प्रबंधन प्रणाली यूपी-100 योजना के दूसरे फेज में शामिल किए गए इटावा जनपद में हाइटेक सुविधाओं से युक्त 28 बोलेरो-इनोवा वाहन मिले। महकमे ने सूचना के पांच से बीस मिनट के भीतर मौके पर पहुंचने का दावा किया था लेकिन अमूमन पुलिस देर में ही पहुंच रही है।

लग्जरी गाड़ियों से होती है लूटपाट

हाइवे पर लक्जरी गाड़ियों से लूटपाट को अंजाम दिया जाता है। फिरोजाबाद से कानपुर देहात तक लगभग 250 किमी के नेशनल हाइवे पर अंतरजनपदीय लुटेरे सक्रिय हैं। स्टेट हाइवे पर भी लुटेरे पुलिस की नाक में दम किए हैं। मीठेपुर से अनंतराम तक नेशनल हाइवे से जनपद के पांच थाना क्षेत्रों जसवंतनगर, सिविल लाइन, फ्रेंड्स कालोनी, इकदिल व बकेवर को पेट्रो¨लग के सख्त निर्देश हैं। इसके बावजूद इन थानों की पुलिस हाइवे पर तब नजर आती है जब लूट या अन्य कोई बड़ी वारदात प्रकाश में आती है।


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