जिला अस्पताल में घुसकर बहन के पति पर हमला
जागरण संवाददाता, इटावा : जिला चिकित्सालय के जच्चा-बच्चा वार्ड में एक युवक ने तमंचे सहित दिन-दहाड़े घु
जागरण संवाददाता, इटावा : जिला चिकित्सालय के जच्चा-बच्चा वार्ड में एक युवक ने तमंचे सहित दिन-दहाड़े घुसकर भर्ती अपनी बहन के पति के ऊपर हमला कर दिया। इससे वार्ड में भर्ती प्रसूताओं व तीमारदारों में भय व्याप्त हो गया। उसने बहन के पति को न सिर्फ गाली-गलौज करते हुए धमकाया बल्कि पिटाई भी कर दी। 100 नंबर को सूचना देने पर वारदात करने वाला युवक अपने साथ आए एक अन्य साथी के साथ भाग निकला।
कोतवाली थाना क्षेत्र के दीप टॉकीज के पीछे आनंद नगर निवासी राजकपूर 25 पुत्र श्रीकिशन व इसी मोहल्ले की डॉली 21 पुत्री मुकेश में प्रेम हो गया था। सामाजिक विरोध और परिजनों का सहयोग न मिलने पर दोनों ने दो फरवरी 2016 को घर से भागकर कानपुर में पांच फरवरी को कोर्ट मैरिज कर ली थी। इसके बाद राजकपूर डॉली को दिल्ली ले गया जहां वह प्राइवेट नौकरी करता था। डॉली को गर्भ ठहरने पर दो माह पूर्व राजकपूर वापस ले आया और शहर के कांशीराम कॉलोनी स्थित अपनी बुआ के यहां रहने लगा था। सोमवार रात्रि प्रसव पीड़ा होने पर डॉली को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे डॉली का भाई गोलू 22 पुत्र मुकेश तमंचा लेकर अपने एक साथी के संग जच्चा-बच्चा वार्ड में जा धमका और गाली-गलौज शुरू कर दी। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। राजकपूर को पकड़ कर गाली-गलौज शुरू कर दी और तमंचा लगाकर उसे मारा-पीटा। इस बीच यूपी 100 को सूचना देने पर पुलिस वहां पहुंची, लेकिन तब तक दोनों भाग निकले। इसके बाद पीड़ित राजकपूर ने थाना सिविल लाइन जाकर सूचना दी तो थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची।
एक माह से दे रहा था धमकी
गोलू अपनी बहन के इस रिश्ते को स्वीकार नहीं कर पा रहा था, हालांकि डॉली के अन्य परिजन चोरी छिपे उससे मिल लेते थे। जब गोलू को पता चला कि राजकपूर इटावा में ही रह रहा है तो उसने बीते एक माह से राजकपूर के घर वालों को धमकी देना शुरू कर दिया कि यदि उसे घर बुलाया तो उसे जान से मार दिया जाएगा। राजकपूर ने बताया कि सोमवार की रात भी गोलू उसके पिता श्रीकिशन को अपने साथ ले गया था और फिर से धमकी दी। मंगलवार शाम को उसने अस्पताल आकर यह वारदात कर दी।
अस्पताल की सुरक्षा को लेकर यक्ष प्रश्न
जिला चिकित्सालय में सुरक्षा की कमी का अधिकांश अभाव पाया जाता है। यह तब है जबकि अभी कुछ ही दिन पूर्व इंजीनिय¨रग कॉलेज की लड़की की सड़क हादसे में मौत पर यहां इंजीनिय¨रग कॉलेज के सैकड़ों छात्रों ने हंगामा किया था। हाल ही में वकीलों ने भी गाली गलौज की थी। यह सवाल लाजिमी है कि आखिर जिला चिकित्सालय में कोई भी आदमी तमंचा लेकर संवदेनशील जच्चा-बच्चा वार्ड तक जाने की हिम्मत कैसे कर सकता है। गोलू न सिर्फ तमंचा लेकर अपने साथी के संग घुस गया बल्कि करीब 10 मिनट तक गाली-गलौज व मारपीट करता रहा और उसे कोई न रोक सका।