बच्चों के लिए मौसम का बदलाव बना बीमारी का कारण
इटावा, जागरण संवाददाता : मौसम के मिजाज में होने वाला उतार चढ़ाव बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रह
इटावा, जागरण संवाददाता : मौसम के मिजाज में होने वाला उतार चढ़ाव बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। रात में ठंडक व दिन में पड़ने वाली गर्मी से बैक्टीरिया सक्रिय होने लगे हैं, जिला अस्पताल में तमाम बच्चे सर्दी, खांसी, वायरल व निमोनिया के साथ डायरिया जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
डॉ. भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में इस समय बाल रोग विशेषज्ञ के चैंबर में बच्चों की लाइन लगी हुई है। हालत यह है कि डॉक्टर के पास तक पहुंचने के लिए मरीजों के तीमारदारों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। मौसम के बदलते ही वायरल फीवर, निमोनिया व डायरिया के पीड़ित बच्चे ज्यादा आ रहे हैं।
जिला अस्पताल के वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. बीएस अग्निहोत्री ने मरीजों को सुझाव दिया कि यह सीजन बच्चों की सेहत के लिए खराब है, इसमें बच्चों के बचाव पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चा जब डायरिया की चपेट में आने लगे, आंखों में आंसू कम होने लगे, जीभ सूखने लगे, आंखे अंदर जाने लगें, खाल संकुचित होने लगे तो बिना समय गंवाये डाक्टर के पास बच्चे को इलाज के लिए ले जाना चाहिए।
उन्होंने बताया शिशु की सांस अचानक तेज चलने लगे, दूध पीने में परेशानी हो तो बच्चों को पूरे कपड़े पहना कर रखें, ओआरएस का घोल पिलाते रहें। बच्चों को टीका अवश्य लगवाएं। बच्चों को अपनी नजर के सामने ही खेलने दें, जरा सी लापरवाही परेशानी का कारण बन सकती है।