तंबाकू से सालाना मरते हैं 10 लाख लोग
जागरण संवाददाता, इटावा : विकास भवन सभागार में आयोजित 'राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण' कार्यक्रम में मुख्य
जागरण संवाददाता, इटावा : विकास भवन सभागार में आयोजित 'राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण' कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी पीके श्रीवास्तव ने कहा कि धूम्रपान के प्रयोग से शारीरिक ह्रास के साथ-साथ गंदगी भी फैलती है, जो समाज के लिए बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि आकड़ों के अनुसार देश में प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख लोग आकस्मिक मृत्यु के शिकार बनते हैं साथ ही अपने आर्थिक ढांचे को भी हानि पहुंचाते हैं।
उन्होंने कहा कि तंबाकू एक ऐसा कारक है जो चार मुख्य संचारी रोगों में जोखिम बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को भी कम करता है। उन्होंने कहा कि जब तक स्वयं से आत्मग्लानि नहीं होगी तब तक हम दूसरों को भी किसी चीज को छोड़ने के लिए प्रेरित नहीं कर सकते। समाज में रहकर अच्छे से अच्छा करने का प्रयास करके समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं तभी हमारा समाज के प्रति दायित्व पूर्ण हो सकता है। मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यशाला में अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बुलाए जाने पर भी कार्यशाला में न आने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव यादव ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को प्रोजेक्टर के माध्यम से धूम्रपान से होने वाली बीमारियों/हानियों को विस्तार पूर्वक समझाया। जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय शरण दुबे ने बताया कि उन्होंने 26 जनवरी से धूम्रपान करना बंद कर दिया। डॉ. सोहम प्रकाश ने पिछले 28 वर्षों से सिगरेट पीने की आदत छोड़ने की शपथ ली।
इस अवसर पर मंडी सचिव अर¨वद कुमार, जन विकास अधिकारी तनुत त्रिपाठी, प्रधानाचार्य आइटीआइ पीके शाक्यवार, समाज कल्याण अधिकारी शिवकुमार सहित डॉक्टर व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।