तीर्थंकर बालक के जन्म होते ही खुशी में झूमा चंबल क्षेत्र
इटावा, जागरण संवाददाता : चंबल तट स्थित श्री महामृत्युंजय तीर्थ क्षेत्र पर चल रहे पंचकल्याणक महोत्सव
इटावा, जागरण संवाददाता : चंबल तट स्थित श्री महामृत्युंजय तीर्थ क्षेत्र पर चल रहे पंचकल्याणक महोत्सव के तीसरे दिन हर्षोल्लास के साथ तीर्थंकर बालक का जन्मोत्सव मनाया गया। तीर्थंकर बालक का जन्म होते ही पूरा पंडाल खुशियों से झूम उठा और तीर्थंकर बालक की एक झलक पाने के लिए लोगों ने नृत्य करते हुए बधाईयां डालीं।
महोत्सव के तीसरे दिन जन्म कल्याणक में जाप्यानुष्ठान, अभिषेक, शांति धारा, नित्य अर्चना के बाद 8 बजे तीर्थंकर बालक का जन्म होता है। तीर्थंकर बालक के जन्म होते ही पूरे चंबल क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ जाती है और लोग नाचते गाते तीर्थंकर बालक की एक झलक पाते हुए बधाईयां डालना प्रारंभ कर दिया। जन्म होने के पश्चात चम्बल तट से उदी ग्राम तक भव्य शोभायात्रा निकाली गयी।
आयोजन स्वस्ति चारूकीर्ति भट्टारक स्वामी जी कर्नाटक की उपस्थिति किया गया। इस दौरान आगरा, जैतपुर, करहल, भिण्ड, इटावा, दिल्ली, ग्वालियर, कानपुर, मेरठ आदि से आए श्रद्धालु उपस्थित रहे।
1008 कलशों से हुआ जन्माभिषेक
तीर्थंकर बालक के जन्माभिषेक के बाद चंबल तट पर खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। इन्द्रगणों द्वारा पाण्डुक शिला पर 1008 कलशों से जन्माभिषेक किया गया। जो कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुई भाजपा नेत्री सरिता भदौरिया ने जन्मकल्याण महोत्सव को देखा तो जैन परम्परा के अनुसार पूर्ण शुद्धता के साथ अपने हाथों से आहार कराकर एक नयी मिशाल कायम की जो कि पूरे कार्यक्रम में चर्चा का विषय भी बनी रही।