मुख्यमंत्री के घर में परिषदीय विद्यालयों में पड़ा ताला
इटावा, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बुनियादी शिक्षा की बुनियाद ही कमजोर है। इस बुन
इटावा, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बुनियादी शिक्षा की बुनियाद ही कमजोर है। इस बुनियाद को अध्यापकों के अंतरजनदीय स्थानांतरण ने मजबूती देने के बजाय और कमजोर कर दिया है। दरअसल विभागीय अधिकारियों की अदूरदर्शिता और निज हितलाभ साधने की नीति ने ऐसी अनियमितता पैदा कर दी कि आधा सैकड़ा से अधिक परिषदीय विद्यालय एकल शिक्षक व्यवस्था के ही सहारे हैं। जबकि एक दर्जन से अधिक विद्यालय में ताला पड़ा हुआ है।
अंतरजनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया में गैर जनपदों में तैनात 126 शिक्षक अपने जिले में आ गए और यहां तैनात गैर जनपदों के 161 शिक्षक अपने जिलों में चले गए। इनमें प्राथमिक विद्यालय के 40 सहायक अध्यापक व 46 प्रधानाध्यापक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के 40 सहायक अध्यापक शामिल थे। इन शिक्षकों की विद्यालय तैनाती के लिए सात अक्टूबर को डायट में काउंसि¨लग कराई गई। काउंस¨लग के जरिए रिक्त स्थानों वाले विद्यालयों में अध्यापकों की तैनाती की जानी थी। एकल या आवश्यकता वाले स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के बजाय ऐसे स्कूलों में कर दी गई जहां पहले से छात्र-अध्यापक अनुपात में अधिक अध्यापक तैनात हैं। मसलन बढ़पुरा ब्लॉक के उदी स्कूल में 45 छात्रों पर 4 से बढ़ाकर 6 और जसवंतनगर ब्लॉक के बिजपुरी खेड़ा स्कूल में 176 छात्रों पर 8 से बढ़ाकर 10 अध्यापकों की तैनाती कर दी गई। जनपद भर में ऐसे 50 से अधिक उदाहरण हैं।
आलम यह है कि पहले से जिन स्कूलों में गणित-विज्ञान के अध्यापक थे वहां इसी विषय के अध्यापक भेजे गए हैं और जो स्कूल पहले से एकल थे वे बंद की स्थिति में आ गए। इसके अलावा ऐसे भी विद्यालय हैं जिनमें तैनात शिक्षक अंतरजनपदीय स्थानांतरण में अपने-अपने जिलों में चले गए और अब उनमें एक भी शिक्षक नहीं है। इसी का उदाहरण है चकरनगर विकास खंड का उच्च प्राथमिक विद्यालय सकतपुरा, जहां अब कोई शिक्षक नहीं रह गया है। इसके अलावा तीन अन्य मिलाकर चकरनगर में कुल चार विद्यालय बंद हैं। जनपद में ऐसे विद्यालयों की संख्या करीब एक दर्जन से अधिक है। यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है।
-शिक्षकों का समायोजन जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी आज से शुरू कर देगी। अंतरजनपदीय स्थानांतरण में कुछ विद्यालयों की व्यवस्था गड़बड़ा गयी है जिसे ठीक किया जा रहा है। जल्द ही सभी जगह पर पर्याप्त संख्या में शिक्षक भेज दिये जायेंगे।
- ओपी ¨सह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।