धनाभाव में तीन साल से धूल फांक रही मेडिकल केयर यूनिट
इटावा, जागरण संवाददाता: प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते यहां पुराने जिला अस्पताल परिसर में तकरीबन 6
इटावा, जागरण संवाददाता: प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते यहां पुराने जिला अस्पताल परिसर में तकरीबन 6 करोड़ की लागत से तैयार करायी गयी मेडिकल केयर यूनिट धनाभाव में बीते तीन साल से धूल फांक रही है। संयुक्त जिला अस्पताल से संबद्ध इस यूनिट के चालू हो जाने से पुराने शहर के साथ-साथ पारपट्टी इलाके के मरीजों को भी सीधा लाभ मिल सकेगा।
उल्लेखनीय है कि पहले पुराने शहर पचराहा पर जिला अस्पताल का संचालन होता था। जगह के अभाव में जिला अस्पताल तो अपने नये भवन में चला गया, लेकिन पुराने शहर के साथ पारपट्टी क्षेत्र के मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन बसपा विधायक महेन्द्र ¨सह राजपूत की पहल एवं उनकी निधि से वर्ष 2011 में इसकी आधार शिला रखी गयी थी। 50 शैय्या के इस अस्पताल का निर्माण कार्य 31 मार्च 2013 को पूरा होना था।
सरकार ने तकरीबन 6 करोड़ की लागत से अस्पताल तो बनवा दिया, लेकिन इसके चालू करने के लिए चिकित्सक 50 पलंग, विस्तर, फर्नीचर के साथ जांच आदि के लिए उपकरणों की जरुरत है। जिसके लिए बजट का अभाव बना हुआ है। अगर प्रदेश सरकार उक्त यूनिट के लिए बजट अवमुक्त कर दे तो हजारों मरीजों को इस का लाभ मिल सकता है।
गौरतलब बात है कि इस यूनिट में 50 शैय्या के साथ मरीजों की जांच व प्रसव कराने की भी व्यवस्था की गयी है। भवन तो बन कर तैयार हो गया है, लेकिन तीन साल से चालू नहीं होने के कारण भवन भी अपनी पहचान खोने लगा है। अगर कुछ दिनों तक इसे चालू नहीं किया गया तो यह भवन भी जर्जर होने लगेगा। अभी यह बच्चों के लिए खेल का मैदान बना हुआ है।
पुराने शहर में मेडिकल केयर यूनिट तैयार हो गयी है। इसके संचालन की अनुमति अभी प्राप्त नहीं हुई है। इसके साथ ही अस्पताल चालू करने के लिए आवश्यक समस्त संसाधन भी चाहिए, बजट मिलने पर चालू कराया जा सकता है।- डा.आरके नैय्यर, मुख्य चिकित्साधिकारी