बीएसएफ के दरोगा की मौत
भरथना, संवाद सहयोगी : भारत की सीमा बांग्लादेश फरक्का बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ दरोगा की मृत्यु की सूचना
भरथना, संवाद सहयोगी : भारत की सीमा बांग्लादेश फरक्का बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ दरोगा की मृत्यु की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक के शव को हवाई जहाज से दिल्ली के बाद तीसरे दिन सोमवार की शाम परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक दरोगा ने पांच वर्ष पूर्व जांबाजी दिखाते हुए तस्करों द्वारा बॉर्डर पार करने जा रहे 11 हजार सोने के बिस्किट बरामद कर भारत सरकार के खजाने में जमा कराने में सफलता हासिल की थी।
कोतवाली कस्बा के मुहल्ला महावीर नगर निवासी रमेश चन्द्र 44 वर्ष पुत्र खयालीराम बीएसएफ में दरोगा पद पर भारत सीमा स्थित बांग्लादेश बॉर्डर वेस्ट बंगाल फरक्का में तैनात थे। एक अगस्त को दरोगा रमेश चन्द्र की अचानक तबीयत बिगड़ गई, साथियों द्वारा दरोगा इलाज को ले जाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान सांसें रूक जाने से दर्दनाक मृत्यु हो गई। सूचना मिलते ही पत्नी विजयलक्ष्मी इकलौते पुत्र सत्येंद्र कुमार, अविवाहित दो पुत्रियों साधना 21 वर्ष व सोनम 15 वर्ष समेत बड़े भाई ¨चताराम, दर्शनलाल, गंगाराम, अनोखेलाल समेत परिजनों में कोहराम मच गया।
बड़े भाई ¨चताराम ने बताया कि रमेश उसका सबसे छोटा भाई था। वह शुरू से ही पढ़ने के साथ जांबाजी के कार्यों में बढ़-चढकर हिस्सा लेता था। उन्होंने बताया कि उसके दरोगा भाई रमेश ने तस्करी को बॉर्डर पार किये जा रहे 11 हजार सोने के बिस्किट बरामद कर भारत के खजाने में जमा कराया था। इस जांबांजी के लिए बीएसएफ ने उन्हें पुरुस्कृत भी किया था।
भाई रमेश इस वर्ष सर्दियों में होने वाली अपनी बड़ी पुत्री साधना 21 वर्ष की शादी को लेकर ¨चतित था। मृतक दरोगा रमेश के इकलौते पुत्र सत्येंद्र कुमार के अनुसार उनके पिता के पार्थिव शरीर को वेस्ट बंगाल से सोमवार की शाम भरथना लाकर सती मंदिर श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। दरोगा के अंतिम संस्कार के अवसर पर एसडीएम एके मौर्य, सीओ राघवेंद्र ¨सह राठौर, कोतवाल बलवीर ¨सह, पूर्व चेयरमैन मनोज पोरवाल, जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर हरिओम यादव, जिला पंचायत सदस्य मनोज यादव उपस्थित रहे।