दो डाक्टरों के अवकाश पर जाने से भटके मरीज
इटावा, जागरण संवाददाता : रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को जिला अस्पताल खुलते ही मरीजों की लंबी लाइन
इटावा, जागरण संवाददाता : रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को जिला अस्पताल खुलते ही मरीजों की लंबी लाइन लग गयी। इस दौरान मरीजों को जहां रजिस्ट्रेशन कराने में एड़ी से चोटी का जोर लगाना पड़ा, वहीं चिकित्सकों तक पहुंचने में पसीना बहाना पड़ा। मरीजों को परेशानी तो उस समय हुई जब उन्हें पता चला कि एक डाक्टर तो पुत्र रत्न मिलने की खुशी में नहीं आये, जबकि एक डाक्टर पहले से ही एक माह के अवकाश पर चले गये। जनपद में इस समय मौसमी बीमारियां भी पैर पसारने लगी है। इसके चलते मरीजों की भारी भीड़ जुट रही है। सुबह जैसे ही अस्पताल खुला पर्चा बनवाने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लग गयी। जैसे-तैसे मरीजों ने पर्चा बनवाया लेकिन जब डाक्टर की तलाश करते हुए चैंबर में पहुंचे तो पता चला छुट्टी पर हैं। मरीज इलाज को इधर उधर भटकते रहे।
इसके साथ ही महिला अस्पताल का हाल बेहाल देखा गया, यहां महिला मरीजों की लंबी लाइन लग गयी। बावजूद इसके अनेक मरीजों का नंबर तीन घंटे के प्रयास के बाद भी नहीं आया। बात अगर मरीजों की स्थिति कि हो तो 21 जुलाई को 1080, 22 जुलाई को 960, 23 जुलाई को 920, 24 जुलाई को 840, 25 जुलाई को 840, 27 जुलाई को 1160 मरीज आए।
मरीजों की कहानी उन्हीं की जुबानी
अस्पताल में मरीजों की भीड़ अधिक होने के कारण यहां तो चेहरा देख कर इलाज दिया जा रहा है। जानकार मरीजों को पहले बुला कर देखा जाता है, बाकी मरीज लाइन में धक्के खाते रहते हैं।- सुग्रीव, निवासी हरदास पुरा
अस्पताल में भेदभाव बरता जा रहा है, गरीब मरीजों का कोई पुरसा हाल नहीं है। सुबह 9 बजे से लाइन में लगी हुई हूं, अभी तक धक्का खाने के अलावा कुछ नहीं मिल सका है।- मंजू देवी, भरथना चौराहा
अस्पताल में अगर कोई जानकार नहीं है, तो उपचार मिलना आसान काम नहीं है। यहां तो दवा मिलने में भी परेशानी उठानी पड़ती है। कोई डाक्टर, नर्स सुनती नहीं है।
- केशरी देवी, अशोक नगर पूर्वी