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कैसे होगी प्रतिमाह सवा लाख लीटर दूध की व्यवस्था?

दैनिक जागरण विशेष का लोगो लगेगा। इटावा, जागरण संवाददाता : अब कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को प्रत

By Edited By: Published: Sun, 05 Jul 2015 09:12 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2015 09:12 PM (IST)
कैसे होगी प्रतिमाह सवा लाख लीटर दूध की व्यवस्था?

दैनिक जागरण विशेष का लोगो लगेगा।

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इटावा, जागरण संवाददाता : अब कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को प्रत्येक बुधवार मध्याह्न अवकाश भोजन में दूध भी दिया जाएगा। पहले बुधवार व शनिवार को खीर दिए जाने का नियम था, जिसको समाप्त कर दिया गया है। इसके साथ ही मिड-डे मील के संशोधित मेन्यू से दलिया और कढ़ी-चावल अब गायब हो गया है और अब हर बुधवार बच्चों को कोफ्ता-चावल का स्वाद चखने को मिलेगा। जनपद में करीब डेढ़ लाख बच्चे हैं जो एमडीएम के तहत आते हैं, ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि करीब सवा लाख लीटर दूध की व्यवस्था कैसे होगी, और यदि होगी तो बच्चों को मिलने तक उसकी गुणवत्ता क्या बनी रहेगी? यह सवाल इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि सरकारी विद्यालयों में हैंडपंप बीमार पड़े होने से जहां बच्चे पीने के पानी जैसी बुनियादी जरूरतों से जूझ रहे हैं, उस जनपद में इतनी बड़ी मात्रा में उबला हुआ गर्म दूध मुहैया कराना कितना आसान होगा यह तो समय ही बताएगा।

मध्याह्न भोजन प्राधिकरण द्वारा शासन की मंशा से अवगत कराते हुए यह निर्देश जारी किए गए हैं कि 15 जुलाई से एमडीएम के साथ प्रत्येक बुधवार को एक से कक्षा आठ तक के प्रत्येक बच्चे को 200 मिलीलीटर उबला हुआ गर्म दूध भी वितरित किया जाए। इस तिथि से पूर्व ग्राम/वार्ड शिक्षा समिति एवं विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक कर दूध उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय/विद्यालय स्तरीय आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी और बच्चों को इस नई व्यवस्था के बारे में भी बताया जाएगा। दाल, सब्जी, तेल एवं मसाले की तरह ही परिवर्तन लागत - कनवर्जन कॉस्ट से स्थानीय स्तर पर दूध खरीदकर उबाल कर दिया जाएगा। जनपद के परिषदीय व माध्यमिक विद्यालयों में इतने बड़े पैमाने पर इस योजना के कार्यान्वयन में आने वाली परेशानियों से संभवत: शासन भी अंजान नहीं है, इसीलए यह प्रावधान भी किया गया है यदि मिड-डे मील के समय तक दूध को ठंडा न रखा जा सके तो उसे प्राप्त होते ही उबाल कर बच्चों को गर्म वितरित किया जाए। इसके साथ ही यह भी ध्यान देने योग्य है कि बुधवार को यदि सार्वजनिक अवकाश पड़ता है तो स्कूल खुलने पर दूध वितरित किया जाएगा।

मध्याह्न भोजन प्राधिकरण द्वारा प्राप्त निर्देशों पर यकीन किया जाए तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 5 अगस्त को प्रदेश के किसी एक विद्यालय में औचक निरीक्षण कर मिड-डे मील का निरीक्षण करेंगे।

नये एमडीएम मेन्यू के कुछ प्रमुख ¨बदु

- ठंडा न रख पाने की स्थिति में दूध प्राप्त होते ही उबाल कर बच्चों को वितरित किया जाए

- मुख्यमंत्री किसी भी विद्यालय का एमडीएम करेंगे चेक

- बुधवार को सार्वजनिक अवकाश हो तो स्कूल खुलने पर दिया जाएगा दूध

- मंगलवार व शुक्रवार के मेन्यू में कोई परिवर्तन नहीं

- सोमवार व गुरुवार को दलिया तथा बुधवार व शनिवार को खीर बंद

- बुधवार को मिलेगा कोफ्ता-चावल और दूध, कढ़ी चावल मेन्यू से समाप्त

- दाल, सब्जी, तेल, मसाले की तरह दूध भी कनवर्जन कॉस्ट से

मिड-डे मील के मेन्यू में परिवर्तन के निर्देश सभी विद्यालयों को जारी कर दिए गए हैं। बुधवार को बच्चों को स्कूल में दूध उपलब्ध कराया जाएगा। 15 जुलाई से लागू होने वाली इस व्यवस्था के जरिए बच्चों को प्रोटीन और ऊर्जा प्रदान करना है।

- अरुण कुमार, समन्वयक मिड-डे मील परियोजना


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