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जनप्रतिनिधियों के सवालों पर अफसरों की बोलती बंद

इटावा, जागरण संवाददाता : गांवों में अधिकतर जल निगम की टंकियां पानी नहीं दे रहीं हैं, सफाई कर्मी भरपू

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 07:57 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 07:57 PM (IST)
जनप्रतिनिधियों के सवालों पर अफसरों की बोलती बंद

इटावा, जागरण संवाददाता : गांवों में अधिकतर जल निगम की टंकियां पानी नहीं दे रहीं हैं, सफाई कर्मी भरपूर हैं लेकिन सफाई कहीं नजर नहीं आती है। अफसरों के अधिकतर दावे हवाहवाई साबित हो रहे हैं, अधिकतर जनहितकारी योजनाएं फाइलों में दौड़ रही हैं जबकि धरातल पर यह योजनाएं दम तोड़ रही हैं।

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अफसर ग्राम्य विकास की ओर कितनी तवज्जो दे रहे हैं, इसकी हकीकत शनिवार को विकास भवन परिसर स्थित नवनिर्मित हॉल में आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में प्रकट हुई। सबसे ज्यादा मुखरता से ब्लाक प्रमुख चकरनगर महिपाल ¨सह यादव ने बीहड़ क्षेत्र के विकास कार्यों की हकीकत प्रकट की। भूमि संरक्षण के नाम किस तरह सरकारी धन की लूट हो रही है, सेंचुरी क्षेत्र में वनविभाग के कर्मी किस तरह हरे पेड़ों का कटान कराकर रोजाना 60-70 ट्रैक्टर ट्राली बेच रहे हैं, कैसे 24 सौ शौचालय वापस हो गए। जल निगम की अधिकतर टंकियां बेकार साबित होने का विस्तार से वर्णन किया तो अधिकतर अफसरों की बोलती बंद हो गई।

भाजपा जिलाध्यक्ष गोपालमोहन शर्मा ने डेयरी संचालक द्वारा गंदगी बहाकर माइनर को अवरूद्ध करने की शिकायत की। जल निगम के अफसर तो प्रोटोकाल का ही उल्लंघन कर बैठे, जिन्हें सांसद अशोक दोहरे ने प्रोटोकाल का ज्ञान पाने का निर्देश दिया। बैठक में अधिकतर अफसर पूरी तैयारी के साथ नहीं आए थे। डीएफओ कन्हैया पटेल यह नहीं बता सके कि बीते साल कितना पौधरोपण हुआ और कितने सुरक्षित रहे। ट्रीगार्ड चर्चा के विषय बन गए। परिषदीय स्कूलों में बच्चों की ड्रेस उनके नाप के अनुसार सिलवाने का निर्देश दिया गया। शौचालय वापस होने का जवाब सही दिया गया इसमें कहा गया कि उक्त शौचालय काफी कम धन राशि के थे, इससे वापस किए गए हैं। इस साल 6873 शौचालयों का निर्माण कराया गया है। आगामी वर्ष में करीब 13 हजार शौचालयों का निर्माण कराने का लक्ष्य है। निर्मल भारत अभियान के तहत ग्रामीणों को शौचालय प्रयोग और स्वच्छता के लिए जागरूक किया जायेगा।

वृक्षों के कटान से बरसात नहीं

सांसद बाबू दर्शन ¨सह यादव ने अफसरों की जमकर क्लास लगाते हुए कहा कि वृक्षों के अंधाधुंध कटान से जनपद से हरियाली गायब हो गई है। चारों ओर ओर बरसात हो रही है, और यह जनपद बरसात से अछूता है। हरे पेड़ों का किसी भी दशा में कटान नहीं होना चाहिए जो लोग व्यवसाय के रूप में कटान कर रहे हों उन्हें जनजीवन की सुरक्षा के लिए प्रेरित करें। यदि वृक्षों का कटान नहीं रुका तो हम सभी बीमार होंगे तथा सांस लेना दूभर होगा।

महेवा में कामधेनु की जरूरत

सांसद अशोक दोहरे ने जिला पशु चिकित्साधिकारी द्वारा प्रस्तुत की गई कामधेनु योजना रिपोर्ट में महेवा का जिक्र न होने पर उन्होंने कहा कि महेवा एशिया का प्रथम ब्लाक है, वहां भी कामधेनु योजना का लाभ मिलना चाहिए। तीन योजनाएं प्रस्तावित बताने से काम नहीं चलेगा, महेवा को गोद लिया है सभी अफसर महेवा के विकास की ओर तवज्जो दें।

ग्राम्य विकास में कोताही नहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ने अफसरों को निर्देश दिया कि ग्राम्य विकास में कोताही नहीं बरती जाए, सभी कार्यों को निष्ठा के साथ करके जनता को सुविधाएं मुहैया कराएं। जिन अफसरों की लगातार शिकायतें आ रही हैं, उनकी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई होगी।

अफसर तैयारी से आएं

जिलाधिकारी डा. नितिन बंसल ने कहा सभी विभागों के अफसर आगामी बैठक में पूरी तैयारी के साथ आएं। बैठक से पूर्व सभी जन प्रतिनिधियों को कार्यों की सूची उपलब्ध करा दें ताकि कोई भ्रांति न रहे। जल निगम की 55 में से 30 टंकी पूर्ण रूपेण कार्य नहीं कर रही हैं, ग्राम पंचायत उनकी मरम्मत कराने में असमर्थ है। शासन को प्रस्ताव प्रेषित कर दिए गए हैं, शीघ्र ही धन मिलने की संभावना है। इसी के साथ अन्य विभागों की विस्तृत जानकारी देकर जनप्रतिनिधियों को सभी शिकायतों का शीघ्रता से निस्तारण करने का भरोसा देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।


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