पहले भी भागने की कोशिश कर चुके थे बंदी
इटावा, जागरण संवाददाता : लेडी डॉन विजया की दबंगई से हाल के दिनों में सुर्खियों में रही जेल गुरुवार क
इटावा, जागरण संवाददाता : लेडी डॉन विजया की दबंगई से हाल के दिनों में सुर्खियों में रही जेल गुरुवार को फिर से चर्चा में आ गई। इस बार वजह पुलिस अभिरक्षा से दो बंदियों का भाग जाना था। हालांकि बंदी इससे पहले भी कचहरी परिसर स्थित हवालात से भागने की कोशिश करते रहे हैं और पुलिस पर हमला करके कानून व्यवस्था को आईना दिखाते रहे हैं।
हवालात में बंदियों द्वारा नकब लगाए जाने का खुलासा दो मार्च की शाम चार बजे ही हो गया था लेकिन इसको तीन मार्च की शाम तक छिपाए रखने की कोशिश की गई थी। खुलासा तब हो सका था तब एक बंदी ने हवालात ड्यूटी दे रहे मोहर्रिर अवधेश ¨सह को इसके बारे में बताया था। इसके बाद अवधेश ने पीछे की दीवार को देखा तो उसके होश उड़े गए थे। तब उसने नकब लगाने वाले चार बंदियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इस घटना से करीब सप्ताह भर पहले 25 फरवरी को हवालात में बंद सात बंदियों ने पुलिस पर हमला किया था। इसमें एक सिपाही की राइफल छीनकर जानलेवा हमला करते हुए गोली भी चलाई गई थी। तब भी मुहर्रिर अवधेश ¨सह ने बंदियों के खिलाफ हमले का मामला दर्ज कराया था। इस प्रकार कचहरी परिसर स्थित हवालात के हालात अरसे से संवेदनशील बने हुए हैं। इसके बावजूद न सिर्फ पुलिस प्रशासन की चौकसी सवालों के घेरे में रही है बल्कि कानून व्यवस्था को बंदियों को एक के बाद एक चुनौती देती घटनाएं सामने आ रही हैं। लापरवाही और उदासीनता की हद यह कि खुद पुलिस बंदियों को भागने का सुनहरा रास्ता दिखा रही है।