बिजली बिलों में मनमानी के खिलाफ खोला मोर्चा
इटावा, जागरण संवाददाता : हमने फ्रेट कारीडोर की लड़ाई जीती है, हम एक्सप्रेस वे और नलकूपों पर मनमानी बि
इटावा, जागरण संवाददाता : हमने फ्रेट कारीडोर की लड़ाई जीती है, हम एक्सप्रेस वे और नलकूपों पर मनमानी बिजली के बिल के खिलाफ भी लड़ाई जीतेंगे। हमें अपनी समस्याओं के खिलाफ लड़ते हुए देश को बचाने के लिए भी लड़ाई लड़नी होगी तभी शहीदों के सपने को साकार कर पाएंगे। यह हुंकार शुक्रवार को यहां कचहरी में माकपा एवं किसान सभा की विजय रैली में पूर्व सांसद एवं माकपा केंद्रीय समिति की सदस्य कामरेड सुभाषिनी अली ने भरी। घना कोहरा और सर्द हवाओं के बावजूद रैली में हजारों की संख्या में लोग अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए आए थे। कामरेड अली ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में किसानों की जमीन पूंजीपतियों को देने की साजिश चल रही है। किसानों के खेतों को हड़प कर मोदी सरकार यहां स्मार्ट सिटी बनाने के फैसले ले रही है। देश के किसानों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हम इस खिलवाड़ को होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि आज देश के यूरिया के कारखानों को बंद करने की साजिश चल रही है। रेलवे बीमा एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों को निजी हाथों में सौंपकर जनता को मिलने वाली छोटी-छोटी सुविधा भी छीनी जा रही है। इसके खिलाफ हम सबको एकजुट होकर संघर्ष करना होगा तभी हम अपनी भूमि और अपने देश को बचा पाएंगे। माकपा राज्य सचिव मंडल के सदस्य एवं किसान नेता कामरेड मुकुट ¨सह ने कहा कि आज जिले में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। हर तरफ लूट और अराजकता का बोलबाला है। गरीबों और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने जिले में निजी नलकूपों पर अवैध रूप से बढ़ाए गए बिजली के बिलों और 2012 से कैरियर लगाने की कार्रवाई की पूरी तरह अवैधानिक और अधिकारियों के मनमाने रवैये से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार ¨सचाई मुफ्त करने की घोषणा करती है दूसरी तरफ अधिकारी मुख्यमंत्री के ही जिले में ¨सचाई के लिए उपयोग होने वाली बिजली की दरों को मनमाने ढंग से बढ़ाकर किसान की असहाय कर रहे हैं। उन्होंने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे के पीड़ित किसानों से प्रशासन द्वारा जबरिया बैनामा कराने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि धारा 4 के प्रकाशन से पूर्व के सर्किल रेट या सैफई के वर्तमान सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा नौकरी व पुनर्वास देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारी एकजुटता का ही परिणाम है कि फ्रेट कारीडोर के अंतर्गत गई जमीन पर 130 करोड़ से अधिक रुपया मुआवजा बढ़कर मिल रहा है। जिला मंत्री कामरेड अमर ¨सह ने सिक्स लेन सड़क पर बिना मुआवजा दिए जमीन हथियाने की कार्रवाई की ¨नदा करते हुए मुआवजा देने की बाद भी जमीन अधिग्रहीत करने की मांग की। किसान नेता कामेड रामप्रकाश, संतोष शाक्य, प्रेमशंकर यादव, नरेंद्र ¨सह, छवि मोहन शुक्ला, वासुदेव ¨सह ने भी रैली को संबोधित किया। अध्यक्षता कामरेड विशंभर नाथ वर्मा एवं नाथूराम ने की। संचालन अनिल दीक्षित ने किया।