सर्द हवाओं ने बढ़ाई कंपकंपी
इटावा, जागरण संवाददाता : मंगलवार को सुबह कोहरा छाने से पारा 11 डिग्री तक रहा। करीब 9 बजे सूर्यदेव चम
इटावा, जागरण संवाददाता : मंगलवार को सुबह कोहरा छाने से पारा 11 डिग्री तक रहा। करीब 9 बजे सूर्यदेव चमके तो जनजीवन ने राहत महसूस की, इससे दोपहर में पारा 20 डिग्री तक पहुंच गया। लेकिन सर्द हवा चलने से लोगों को सर्दी का अहसास हुआ। हल्की धूप निकलने से बाजारों में रौनक नजर आई। मौसम की मार से ट्रेनों का बुरा हाल है।
मौसम की मार से हर वर्ग बुरी तरह आहत है, सर्द हवाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। सुबह का स्कूल होने के चलते नौनिहाल खासे त्रस्त है। सुबह दस बजे पर सूर्यदेव चमके तो थोड़ी राहत मिली करीब तीन बजे तक हल्की धूप रहने से बाजारों में भी खासी रौनक रही। लोगों ने बाजार आकर जमकर खरीददारी की।
ट्रेनों का आवागमन प्रभावित
मौसम की मार से ट्रेनों का संचालन खासा प्रभावित है। पूर्वा 14, महानंदा 5, एनई 4, मगध 9, तूफान 10, कालका 4 तथा लखनऊ-नई दिल्ली के मध्य रोजाना चलने वाली गोमती एक्सप्रेस 3 घंटे की देरी से चल रही थी। कमोवेश अन्य ट्रेनों का भी यही हाल था। इटावा आदर्श स्टेशन पर इस जिले के ही नहीं अपितु आसपास के जिलों के लोग काफी संख्या में रोजाना आवागमन करते हैं। ट्रेनों की लेट लतीफी से यात्री खासे हलकान है। इस स्टेशन पर आम यात्रियों की सुविधाओं की व्यवस्था भी नहीं है।
बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं
बीते शनिवार को बरसात होने से ग्रामीण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति खासी प्रभावित है। अभी एचटी लाइनें दुरुस्त नहीं हो पाई हैं। इससे बसरेहर, ऊसराहार, बकेवर, महेवा तथा चकरनगर क्षेत्र के लोग दिन मे कई बार ब्रेक और शट डाउन को लेकर खासे परेशान है।
सर्दी से महेवा ब्लाक त्रस्त
सर्दी से महेवा ब्लाक के लोग खासे त्रस्त हैं। सर्दी से कई मौतें हो जाने से लोग ठंड को लेकर चिंतित है। शासन-प्रशासन आम गरीबों को राहत प्रदान करने की चाहे जितनी डींगे हांक रहा हो धरातल पर हालात बदतर ही नजर आ रहे हैं। गरीब तबके बुरा हाल है अलाव तक नहीं जलवाये गए है, कंबल वितरण करने की बात ही करना बेमानी है।
आलू की फसल बचाएं
जनता कालेज बकेवर के उद्यान विज्ञान विभाग के प्राध्यापक प्रो. अखिलेश तिवारी ने किसानों को सलाह दी है कि ऐसे मौसम में आलू की अगैती और पिछैती फसल को झुलसा रोग लगने की संभावना है। इससे बचाव के लिए मैन्कोजेव 75 फीसद, डब्लू पी आठ 100 ग्राम अथवा जिनेव 75 फीसद डब्लू पी 800 ग्राम रसायन की मात्रा करीब 250 लीटर पानी में घोल तैयार करके प्रति एकड़ हर पखवारे पर छिड़काव करें। मटर व अन्य फसलों में माहू कीट से बचाव के लिए डाइमेथोएट तीस फीसद, ईसी चार सौ मिली लीटर अथवा एजाडिरेक्टिन 0.15 फीसद ईसी एक लीटर को ढाई सौ लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।