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सवालों के घेरे में नलकूप खंड से लाखों की लूट

इटावा, जागरण संवाददाता : नलकूप खंड प्रथम के केंद्रीय भंडार से लाखों की लूट और पांच साल से चल रहे गोल

By Edited By: Published: Mon, 27 Oct 2014 01:21 AM (IST)Updated: Mon, 27 Oct 2014 01:21 AM (IST)
सवालों के घेरे में नलकूप 
खंड से लाखों की लूट

इटावा, जागरण संवाददाता : नलकूप खंड प्रथम के केंद्रीय भंडार से लाखों की लूट और पांच साल से चल रहे गोलमाल के बीच क्या कोई कनेक्शन हो सकता है। पिछले साल सुर्खियों में रहा गोलमाल लाखों में था और लूटे गए माल का आंकलन भी लाखों में किया जा रहा है। दरअसल केंद्रीय भंडार का पूर्ण रूप से सत्यापन पांच साल से हो ही नहीं सका। तो क्या लूट के पीछे भी कोई दूसरी कहानी हो सकती है। फिलहाल शुरुआती जांच में पुलिस विभागीय व्यक्ति की भूमिका को लेकर संदेह जता रही है।

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सिक्योरिटी गार्डो के बयान और मौका मुआयना के वक्त जो हालात सामने आए उससे एक बारगी पुलिस का भी माथा ठनका था। यही वजह रही कि पुलिस ने मामला सीधे लूट में दर्ज नहीं किया। बहरहाल घटना के करीब 41 घंटे बाद शनिवार की शाम विभाग के ट्रक को चौबिया थाना अंतर्गत लोकपुरा गांव के पास लावारिस अवस्था में खड़ा पाया गया। थानाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह यादव ने जब उसको बरामद किया तो वह खाली था। इससे एक सवाल खड़ा होता है कि क्या ट्रक की बरामदगी के साथ ही विभाग संतुष्ट हो जाएगा अथवा पुलिस की कार्रवाई पर विराम लग जाएगा। अगर ऐसा नहीं है तो फिर विभागीय अधिकारी घटना के करीब 65 घंटे बाद यानी रविवार की शाम तक उस सामान की सूची पुलिस को क्यों नहीं दे सके, जो केंद्रीय भंडार से लूटा जाना बताई जा रही है।

बदमाश कोई वाहन लेकर नहीं आए थे तो उनको कैसे पता था कि कैंपस में खड़ा ट्रक चालू हालत में है। ट्रक में चाबी लगी थी या बदमाश चाबी लाए थे। यानी बदमाशों ने पहले ही तय कर लिया था कि माल कैसे ले जाना है। बदमाश नकाबपोश थे तो क्या उनको पहचान लिए जाने का खतरा था। दीपावली वाली रात ही क्यों चुनी। चौकीदार अर्जुन सिंह ड्यूटी पर नहीं था। वह पिछले 10 दिनों से अवकाश पर गृह जनपद झांसी गया हुआ है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बदमाश लूट के लिए सही मौके की तलाश में थे। क्या उनको चौकीदार न होने और केंद्रीय भंडार की सुरक्षा दो प्राइवेट गार्डो के हवाले रहने की जानकारी थी। अगर जानकारी थी तो फिर उन तक यह जानकारी पहुंची कैसे।

अलबत्ता अधिशासी अभियंता अमर सिंह निमेष ने लूट गए सामान का विवरण सोमवार को सिविल लाइन थाना पुलिस को सौंपने की बात कही है। जबकि केंद्रीय भंडार के प्रभारी अवर अभियंता प्रवेंद्र सिंह रिपोर्ट दर्ज करा चुके हैं। दीपावली के अवकाश के चलते विभाग पांचवें दिन सोमवार को खुलेगा। तब रजिस्टरों को खंगाल कर पता लगाया जाएगा कि केंद्रीय भंडार से क्या-क्या सामान गया है।


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