कब्जे को लेकर दो पक्षों में संघर्ष, 17 घायल
बसरेहर, संवादसूत्र : जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में आपस में गांव बनकटी में जमकर संघर्ष हुआ, जिस
बसरेहर, संवादसूत्र : जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में आपस में गांव बनकटी में जमकर संघर्ष हुआ, जिसमें 17 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शुक्रवार को जमीन पर कब्जे को लेकर एक पक्ष ने जुताई कर दी। दूसरे पक्ष ने जब इसका विरोध किया तो दबंग मारपीट पर उतारू हो गए। जिस पर पीड़ित परिवार ने एक घर जाकर शरण ली लेकिन वे वहां भी पहुंच गए और दोनों पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। दोनों पक्ष के 17 लोग घायल हुए इनमें एक पक्ष के पांच लोगों की हालत नाजुक बताई गई है। थाना बसरेहर क्षेत्र के गांव वनकटी खुर्द में तुलाराम कोरी की गांव में जमीन थी जिस पर शहाबुद्दीन ने अपने परिजनों के साथ तुलाराम की उक्त भूमि पर ट्रैक्टर से जुताई कर दी। तुलाराम ने परिजनों के साथ प्रतिरोध किया तो मारपीट करने लगे। तुलाराम व उसके परिजन बचाव के लिए गांव के फिरोज खां के घर पर पहुंचे, पीछे से शहाबुद्दीन परिजनों के साथ धारदार हथियारों से लैस होकर आ धमका। फिरोज ने बचाव किया तो हमला कर दिया, इससे दोनों ओर से एक-दूसरे पर प्रहार शुरू हो गए। इससे तुलाराम, उसकी पत्नी मालती देवी, पुत्री सरिता, पुत्र प्रहलाद, शिवकुमार, देवेंद्र, भाई लक्ष्मण की पत्नी रामदुलारी, पुत्री बेबी, रामसनेही की पत्नी सत्यवती, पुत्र ओमपाल, तथा फिरोज खां जबकि दूसरी ओर शहाबुद्दीन तथा उसके पुत्र आरिफ, आसिफ, अमीन, अकील तथा यामीन घायल हुए। प्रथम पक्ष की ओर से प्रहलाद कोरी ने अमीन खां सहित दस लोगों के खिलाफ दलित उत्पीड़न, बलवा और मारपीट का तो दूसरी ओर से शहाबुद्दीन ने प्रहलाद सहित 20 लोगों के खिलाफ बलवा, पथराव करके अंग-भंग करने का मामला दर्ज कराया है।
काश आठ दिन पूर्व सुनती पुलिस
दबंगई के शिकार हुए लक्ष्मण कोरी की पत्नी का कहना है कि बीते 13 अक्टूबर की शाम शहाबुद्दीन के पुत्र अनीस व यामीन ने पुत्री से छेड़छाड़ करके जातिसूचक भाषा में अभद्रता की थी। थाना गई पर पुलिस ने कोई बात नहीं सुनी दो दिन तक टहलाया, इसके पश्चात एसएसपी को प्रार्थनापत्र दिया जिन्होंने कार्रवाई के लिए कहा पर पुलिस ने कुछ नहीं किया। इससे शहाबुद्दीन व उसके पुत्रों के हौंसले बुलंद हो गए, जिन्होंने सुनियोजित तरीके से हमला करके हमारे परिवार के दस लोग घायल कर दिए, इनमें चार की हालत काफी नाजुक है जो जिला अस्पताल रेफर किए गए हैं।