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हुदहुद के असर से जनजीवन बेपटरी

इटावा, जागरण संवाददाता : हुदहुद चक्रवाती तूफान से जनजीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया है। अभी लोगों ने गर

By Edited By: Published: Tue, 14 Oct 2014 06:56 PM (IST)Updated: Tue, 14 Oct 2014 06:56 PM (IST)
हुदहुद के असर से जनजीवन बेपटरी

इटावा, जागरण संवाददाता : हुदहुद चक्रवाती तूफान से जनजीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया है। अभी लोगों ने गर्म कपड़े निकाले नहीं थे लेकिन हुदहुद ने अधिकतर लोगों को गर्म कपड़े पहनने पर विवश कर दिया। मौसम में अचानक परिवर्तन होने से बच्चे और वृद्ध खासे आहत हैं। आगामी तीन-चार दिन तक ऐसे ही हालात रहने की संभावना प्रकट की गई है।

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हुदहुद तूफान इस क्षेत्र में बूंदाबादी और ठंडी हवा बीते रविवार की रात से अनवरत जारी है। इससे लोगों को गर्म कपड़े पहनने पर विवश होना पड़ा। जनजीवन खासा अस्त-व्यस्त हो गया। सड़कों पर कीचड़ होने से आवागमन करना दुश्वार है तो दूसरी ओर यातायात खासा प्रभावित है। कई जगह जलभराव की स्थिति हो गई, इससे बच्चों को स्कूल आने-जाने में खासी दिक्कत हो रही है। एकदम सर्दी आने के आसार नहीं थे अनुमान था कि पूर्व की भांति हर साल नंवबर के अंतिम सप्ताह से सर्दी महसूस होगी लेकिन हुदहुद बीते दो दिनों से सर्दी का अहसास करा रहा है, ऐसे हालात तीन-चार दिन और रहने की संभावना प्रकट की गई है।

तापमान में होगी गिरावट

रविवार को दिन में तापमान 37 डिग्री था, उसी रात हुदहुद ने मौसम में परिवर्तन कर दिया। ठंडी हवा और बूंदाबादी होने से तापमान एकदम 27 डिग्री पर आ गया, उसके बाद से तापमान निरंतर गिर रहा है। सोमवार को सारे दिन 26 डिग्री पर रहा। मंगलवार को सुबह से शाम तक 25 डिग्री हो गया। रात में तीन डिग्री गिरावट होने की संभावना प्रकट की गई है।

ट्रेनों का संचालन प्रभावित

हुदहुद से ट्रेनों का संचालन खासा प्रभावित है। मंगलवार को नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस चार घंटे, कालका तीन घंटे, महानंदा सात घंटे, मगध आठ घंटे, कोलकाता-आनंद बिहार दस घंटे की देरी से चल रही। पूर्वोत्तर की ओर से आने वाली ट्रेनें खासी प्रभावित थीं।

अभी फसलों को नुकसान नहीं

कृषि वैज्ञानिक अतहर हुसैन वारसी का कहना है कि इस क्षेत्र में बरसात खास नहीं हुई है। इससे तैयार फसलों को अभी कोई हानि नहीं है, जो फसल काटकर खेतों में डाली गई है, वह खराब हो सकती है। इस बूंदाबादी से राई, सरसों तथा आलू की फसल तैयार में फायदा मिलेगा। तापमान में गिरावट फसलों के लिए फायदेमंद है। यदि झमाझम बरसात हो गई तो धान, बाजरा, तिलहन व अन्य फसलों पर आंशिक असर पड़ सकता है। हालांकि मौसम विभाग से ऐसे कोई संकेत नहंी मिले हैं, तीन-चार दिन में मौसम सामान्य हो जायेगा।

किसान मेला हुआ स्थगित

हुदहुद तूफान के चलते चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्व विद्यालय कानपुर में 15 से 18 अक्टूबर तक आयोजित किसान मेला स्थगित कर दिया गया है। कृषि वैज्ञानिक अतहर हुसैन ने बताया कि इस मेला में जनपद के किसान खासी संख्या में भाग लेते हैं, अब यह मेला अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित किए जाने की संभावना प्रकट की गई।

बच्चों को नंगे बदन न रखें

बाल रोग विशेषज्ञ डा. नवीन मिश्रा का कहना है कि एकदम मौसम परिवर्तन से संक्रामक रोग फैलते हैं। बच्चों को इस दौरान नंगे बदन न रखें। वायरल फीवर, मलेरिया, निमोनिया, दस्त तथा एलर्जी से ग्रस्त हो सकते है। ऐसे खानपान और रहन-सहन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वृद्धों को मौसम के अनुरूप रहकर सावधानियां बरतनी चाहिए।


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