एक अनार के तीन गुने दावेदार
इटावा, जागरण संवाददाता : शासन द्वारा प्रस्तावित समाजवादी पेंशन योजना अधिकारियों के लिए गले की हड्डी बनी है। बीते दिनों नगर पालिका द्वारा शहर के 36 वार्डो से 10,300 आवेदकों ने आवेदन फार्म भरे थे, जबकि शासन द्वारा 3300 पात्र मांगे गये है। शासन ने जो मानक निर्धारित किए है उसको लेकर खुली बैठक कर रहे सत्यापन अधिकारियों के पसीने छूट रहे है।
समाजवादी पेंशन के लिए जिस तरीके से लोगों ने आवेदन किए है उसको लेकर पात्रों के जगह अपात्र अधिक पाये गये। शासन ने जो मानक निर्धारित किए है उनको पूरा करने वाले कुछ ही लोग है। इसी की जानकारी करने के लिए प्रशासन द्वारा 17 सितंबर से 23 सितंबर तक विभिन्न वार्डों में खुली बैठक कर पात्रों के चयन की कार्रवाई प्रारंभ की गयी है।
जागरण टीम ने गुरुवार को शहर में चल रही खुली बैठकों का अवलोकन किया। जहां शासन के मानकों के आगे सत्यापन टीम बेवश नजर आयी। साबितगंज वार्ड में पहले 216 लोगों ने आवेदन किए थे, जबकि इस वार्ड से 54 पात्रों की ही चयन करना है। इनमें अल्पसंख्यक के 9, अनुसूचित जाति के 2 व सामान्य व पिछड़ा वर्ग के 43 लोग चाहिए। इसी प्रकार कटरा बलसिंह वार्ड से 406 आवेदन आये थे, लेकिन इस वार्ड से भी अल्पसंख्यक के 9, अनुसूचित जाति के 4 व अन्य सामान्य व पिछड़ा वर्ग के 41 कुल 54 पात्र चयनित किए जाने है। पुरबिया टोला पंजावा से भी अनुसूचित जाति के 01, अल्पसंख्यक के 23, व सामान्य व बीसी के 59 पात्र चुने जाने है। सत्यापन अधिकारी चयन प्रक्रिया को लेकर खासे परेशान है। उनका कहना है कि आवेदक मानकों की लक्ष्मण रेखा से बहुत पीछे है, कैसे लक्ष्य प्राप्त किया जायेगा यक्ष प्रश्न बन कर सामने खड़ा है। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका जनार्दन राय का कहना है कि शहर के 36 वार्डों से 3300 पात्र चाहिए। वास्तविकता तो यह है कि मानकों को पूरा करने वालों की कमी देखी जा रही है। बहुत से लोगों ने अपने मकानों की जगह किराया का मकान दर्शाया है तो विकलांग लोग अपना प्रमाण पत्र नही लगा रहे है। ऐसे में सत्यापन अधिकारियों के सामने कई तरह की समस्यायें आ रही है।