धूप निकलते ही बुखार संग बढ़े त्वचा रोग पीड़ित
इटावा, जागरण संवाददाता : दो दिन तक हुई रिमझिम की बरसात के बाद सोमवार को निकली चटक धूप मरीजों के लिए अभिशाप बन गई। अस्पताल में अन्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की अपार भीड़ देखी गयी। अस्पताल में मौसमी बुखार के साथ त्वचारोग पीड़ित लोग उपचार के लिए आये। इसको लेकर चर्मरोग विशेषज्ञ के चेंबर में मरीजों की जम कर भीड़ हुई तथा बुखार के मरीज भी लाइन में लगने को मजबूर हो गये।
मौसम में हुए आमूल चूक परिवर्तन के दुष्परिणाम यहां विभिन्न बीमारियों के रुप में सामने आने लगे है। डा. भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल के चर्मरोग विशेषज्ञ डा. के के तिवारी का कहना है कि इस समय 80 फीसद महिलाएं चर्मरोग से पीड़ित आ रही है। उन्होंने कहा कि जागरुकता के अभाव में महिलाएं त्वचा रोग की गिरफ्त में आ रही है। उनका कहना है कि धूप धूल से बचना चाहिए, पसीना को सुखाकर पाउडर का प्रयोग करना चाहिए। अस्पताल में मलेरिया बुखार, व वायलर फीवर के मरीज भी खूब आ रहे है। डा. महेन्द्र कुमार के चेंबर पर भी भीड़ हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या के सामने दवा वितरण खिड़की पर जगह का अभाव हो गया है। लोगों को घंटों इंतजार के बाद ही दवा मिल पा रही है।
लोकल फाल्ट से मरीज हुए परेशान
जिला अस्पताल भवन में बिजली की लाइनों में खराबी आ जाने से तकरीबन दो घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। अस्पताल प्रशासन ने जनरेटर चलवा कर लोगों को गर्मी से राहत देने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सका। गर्मी से बेहाल मरीज वार्ड से बाहर आने को मजबूर हो गये। दोपहर में बिजली आने पर मरीजों ने राहत महसूस की।
ये रही मरीजों की संख्या
सोमवार - 1620
शनिवार - 540
शुक्रवार - 600