मन से सुनें ंभागवत, प्रभु करेंगे कल्याण
बकेवर, संवादसूत्र : जो व्यक्ति तन मन से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करता है उसका प्रभु कल्याण करते हैं। भागवत सुनते समय ऊंच-नीच छोटे-बड़े, अमीर-गरीब का भेदभाव नहीं करना चाहिए। यह बात ग्राम गौतमपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान बांके लाल शास्त्री ने कही। उन्होंने कहा कि धन और बल का घमंड आती जाती छाया है। इन वस्तुओं पर घमंड करने वाला इंसान धीरे-धीरे क्षीण हो जाता है। उन्होंने कहा कि चक्रव्यूह भेदन के दौरान भीम ने घमंड करते हुये कहा था कि चक्रव्यूह का सातवां द्वार वह अपनी गदा से ही तोड़ देगा। लेकिन अन्य पांडवों को चक्रव्यूह में घुसने ही नहीं दिया गया और सातवें द्वार पर अभिमन्यु मारा गया। भीम अपने बल के घमंड के कारण ही चक्रव्यूह के अंदर नहीं घुस पाये। उन्होंने कहा कि चक्रव्यूह के 6 द्वारों को भेदने की कला अभिमन्यु ने गर्भ में ही सीख ली थी। सातवें द्वार की भेदन कला सुनाते समय सुभद्रा को नींद आ जाने के कारण अभिमन्यु सातवें द्वार की भेदने की कला नहीं सीख पाया था।