चुनाव से खिली फूलों की फसल
इटावा, जागरण संवाददाता : लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही फूल माला विक्रेताओं के चेहरे ऐसे खिल उठे जैसे उन्हें मन मांगी मुराद मिल गयी हो। उनके खुश होने का कारण भी जायज है क्यों कि माला तो नेताओं के स्वागत के लिए खरीदी ही जानी है। इनके धंधे पर आयोग के फरमान का कोई असर नही पड़ने वाला है। यही वजह कि यहां फूलों की फसल खिल गई है।
चुनाव शुरु होते ही फूल मालाओं की मांग में भी ऐसा इजाफा हुआ कि माला विक्रेताओं ने सोचा भी नही था। साबितगंज में फूल माला का कारोबार करने वाले पंकज का कहना है कि वह ग्राहकों के आर्डर की पूर्ति नही कर पा रहे हैं। कमरुद्दीन माला वाले बताते हैं कि वह आगरा व कानपुर से फूल मंगवाकर माला तैयार करते हैं। चूंकि मतदान सभी जगह हो रहा है इसलिए फूलों की कमी बनी है। कई दुकानदारों का कहना है कि जितना भी माल तैयार हो रहा है, हाथों हाथ बिक रहा है। मांग बढ़ने के कारण भाव भी बढ़ गये हैं।
फूल मालाओं के पुराने भाव
गुलाब की छोटी माला -10 से 12 रुपया
गुलाब की बड़ी माला - 15 से 20 रुपया
रजनी गंधा --- 150 से 175 रुपया
बेला - चमेली -- 200 से 300 रुपया
सफेद मांगरिक छोटी 20 से 25
गेंदा के फूल - 5 से 10 रुपया
ताजा भाव :
गुलाब की छोटी माला --20 से 30 रुपया
गुलाब की बड़ी माला-45 से 60 रुपया
रजनीगंधा - 250 से 300 रुपया
सफेद मांगरिक छोटी माला- 40 से 50 रुपया
बेला चमेली - 500 से 600 रुपया
गेंदा के फूल - 15 से 20 रुपया।