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भूजल सप्ताह को लेकर गंभीर नहीं विभाग

जागरण संवाददाता, एटा: महत्वपूर्ण मामलों में भी विभागों की ढील को लापरवाही ही कहा जा सकता है। भूजल सप

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jul 2017 07:49 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jul 2017 07:49 PM (IST)
भूजल सप्ताह को लेकर गंभीर नहीं विभाग
भूजल सप्ताह को लेकर गंभीर नहीं विभाग

जागरण संवाददाता, एटा: महत्वपूर्ण मामलों में भी विभागों की ढील को लापरवाही ही कहा जा सकता है। भूजल सप्ताह आयोजन को लेकर जिले में दो दर्जन विभागों को जागरूकता और अन्य कार्यक्रमों की जिम्मेदारियां सौंपी गईं, लेकिन हाल यह है कि पानी से जुड़े कई विभाग ही सप्ताह को लेकर कतई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। लघु ¨सचाई विभाग के अलावा सिर्फ शिक्षा विभाग ही निर्देशों के अनुपालन में लोगों को भूगर्भ जल संरक्षण के लिए प्रेरित कर रहा है।

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हर साल बारिश के मौसम में शासन लोगों को घटते भूजल स्तर से भविष्य में आने वाली समस्याओं के दृष्टिगत भूजल संरक्षण और जल संचयन के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कराता है। इस साल भी मुख्य सचिव के निर्देशों के अनुपालन में जिला स्तर पर 14 जुलाई को रूपरेखा निर्धारित की गई। वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने भूजल जीवन की आस, संरक्षण का करो प्रयास मुख्य विचार ¨बदु पर आधारित जागरूकता अभियान अपने-अपने विभागीय क्षेत्र में किए जाने के लिए जिले के 22 जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए थे।

16 जुलाई से शुरू होने वाले सप्ताह को चार दिन गुजर गए, लेकिन जागरूकता अभियान का असर कुछ ही विभागों पर होता दिखाई दिया है। लघु ¨सचाई विभाग को नोडल विभाग का जिम्मा दिए जाने के कारण विभाग जिला स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक बैनर, पंपलेट, हॉर्डिंग्स और अन्य माध्यमों से जागरूकता में जुटा है। मारहरा व अलीगंज में जागरूकता गोष्ठियां आयोजित कर लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया। उधर माध्यमिक स्कूलों और परिषदीय स्कूलों में भी कार्यक्रमों के लिए निर्देश दिए। यहां शत फीसद तो नहीं लेकिन काफी स्थानों पर कार्यक्रम हुए हैं। इसके अलावा जिन विभागों को जिम्मेदारी दी गई, उनमें नलकूप, ¨सचाई, ड्रेनेज, भूमि संरक्षण व जल संसाधन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, खंड विकास अधिकारी स्तर पर अभी तक किसी भी तरह के कार्यक्रम नजर नहीं आ रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी उग्रसेन पांडेय ने ऐसी स्थिति पर नाराजगी जताते हुए सभी विभागों को आगामी 22 जुलाई तक कार्यक्रमों को गति देने को निर्देशित किया है।

तूलिका सजाकर दिया बच्चों ने संदेश

सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को कई स्कूलों में भूजल संरक्षण पर चित्रकला प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित हुईं। डीएसएस इंटर कॉलेज सोंगरा में प्रधानाचार्य मनोज तिवारी ने भाषण प्रतियोगिता कराई। विद्यार्थियों को बताया कि अभी भी जल की बर्बादी की तो समस्या बढ़ेगी। पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाबरपुर में भी योगेश शर्मा द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता कराकर बच्चों को जल संचयन की सीख दी।


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