तबादलों के मौसम में विभाग दिख रहे बेरौनक
जागरण संवाददाता, एटा : शासन की स्थानांतरण नीति के तहत इन दिनों सरकारी महकमों में अधिकारियों के तबादल
जागरण संवाददाता, एटा : शासन की स्थानांतरण नीति के तहत इन दिनों सरकारी महकमों में अधिकारियों के तबादलों का असर स्थानीय विभागों में भी साफ नजर आ रहा है। अब तक कुछ विभागों में स्थानांतरण सूचियां जारी हो चुकी हैं, लेकिन अभी भी कई महकमों को तबादला सूचियों का इंतजार है। यही वजह है कि अधिकारियों का भी मन विभागीय कामकाजों में नहीं लग रहा। वह इस बात को सुनिश्चित करने को लेकर बेकरार हैं कि यही काम करना है या फिर तबादले पर जाना है।
शासन ने स्थानांतरण नीति के तहत 30 जून तक तबादलों का समय निर्धारित किया था। प्रशासनिक स्तर पर जिले में जहां उपजिलाधिकारी बदले जा चुके हैं। वहीं पुलिस महकमे में भी कुछ बदलाव हो चुका है। इसके अलावा शिक्षा विभाग की बात की जाए तो अभी तक सिर्फ बेसिक शिक्षा के खंड शिक्षाधिकारियों के तबादलों की सूची ही सामने आई है। तीन विकास खंडों के अधिकारी दूसरे जिलों में भेजे गए हैं। इसके अलावा विभाग के आला अधिकारियों की अभी स्थानांतरण सूची आना शेष है। माध्यमिक शिक्षा विभाग में भी अभी इस बात को लेकर उथल-पुथल है कि अभी अंतिम सूची और आ सकती है। स्वास्थ्य विभाग में भी अभी तबादलों का दौर शुरू नहीं हुआ है। यहां भी जल्द ही स्थानांतरण सूची आने की संभावना से अधिकारियों का मन तबादला सूची पर ही लगा हुआ है।
यही हाल कृषि विभाग का भी है। यहां भी अभी किसी अधिकारी की उठापटक नहीं हुई है। इसी कारण विभाग के अधिकारी निदेशालय से आने वाली सूची की प्रतीक्षा में हैं। इसी क्रम में पहले से ही अधिकारी विहीन चल रहे विभागों में भी तबादलों के जरिए अधिकारी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है। जिला कार्यक्रम अधिकारी के अलावा अन्य कई विभाग भी ऐसी स्थिति में शामिल हैं। शासन की नीति के दायरे में आने वाले अधिकारी तो बेचैन है हीं। वहीं बेचैनी अन्य ऐसे अधिकारियों को भी है जो पिछली सरकार की रहमत पर यहां आसीन हुए और अब सत्ता परिवर्तन के बाद बदले हालातों से खुद को भी तबादले की लाइन में मान रहे हैं। तबादलों की उधेड़बुन दिमाग में रहने के कारण ही सरकारी महकमे में काम तो हो रहा है लेकिन अभी अधिकारी वर्ग स्थानांतरण प्रक्रिया पर विराम लगने तक की स्थितियों पर नजर रखने के बाद ही विभागीय कार्यों को गति देने के मूड में हैं।