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दुश्मनों को फंसाने के लिए डाला था मां पर तेजाब

फोटो नं. 21ईटीएच03 कॉल डिटेल से खुल गई पोल, बेटा गिरफ्तार परिजनों को जेल से छुड़ाने के लिए रचा थ

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Jun 2017 05:23 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jun 2017 05:23 PM (IST)
दुश्मनों को फंसाने के लिए डाला था मां पर तेजाब
दुश्मनों को फंसाने के लिए डाला था मां पर तेजाब

फोटो नं. 21ईटीएच03

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कॉल डिटेल से खुल गई पोल, बेटा गिरफ्तार

परिजनों को जेल से छुड़ाने के लिए रचा था षड़यंत्र

जागरण संवाददाता, एटा: थाना सकीट क्षेत्र में दुश्मनों को फंसाने और जेल में बंद परिजनों को रिहा कराने के लिए पुत्र ने मां पर तेजाब उड़ेला था। पूरे षड़यंत्र में मां-बेटा और उसका दोस्त शामिल रहे। पुलिस ने जब मां-बेटे की कॉल डिटेल खंगाली तो पोल खुल गई। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

बुधवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि 16 जून को अर्जुन पुत्र उदयवीर ¨सह की मां सरला देवी अपने पति से इटावा जेल में मिलकर गांव उदयपुरा लौट रही थी। मुबारिकपुर के पास पहुंची तो आरोप लगाया गया कि औरेया जिले के थाना फफूद क्षेत्र के गांव सरलापुर के रहने वाले राकेश और साहब ¨सह ने उस पर तेजाब डाल दिया। सरला देवी के पुत्र ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज करा दी। एक आरोपी साहब ¨सह की उम्र 65 वर्ष से भी अधिक है। पुलिस को इस कहानी में कुछ झोल लगा तो उसने मां-बेटे के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाई। 16 जून को जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त की तमाम कॉलें मां-बेटे के बीच हुई बातचीत की निकली। बेटा वहां से पूछ रहा था कि वह कहां तक पहुंच गईं। उधर से मां भी जवाब दे रही थी। इसी में एक कॉल में मां से कहा गया कि जल्दी आओ हम मुबारिकपुर पर खड़े हैं। एक अन्य कॉल में मां ने यह तक पूछा कि तेजाब डालने से ज्यादा जलन तो नहीं होगी। यह सारी बातचीत पकड़े गए तेजाब डालने के आरोपी ने पुलिस के समक्ष कबूली हैं।

दोस्त ने दिया था सुझाव

सरला के पुत्र अर्जुन के पिता उदयवीर ¨सह, चाचा सुनील कुमार वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान गांव में ही हुई एक हत्या के आरोप में जेल में निरुद्ध हैं। अर्जुन गुजरात के सूरत में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। गुजरात के ही अर्जुन के साथी ने सुझाव दिया कि आरोपियों पर या तो वह दुष्कर्म का मुकदमा लगवाए अथवा एसिड अटैक का, तो दूसरे पक्ष पर दबाव बन जाएगा और वे फैसले के लिए राजी हो सकते हैं, पिता- चाचा दोनों ही जेल से बाहर आ सकते हैं। सूरत से 20 दिन पहले अर्जुन अपने गांव आ गया और दोस्त अर्जुन पुत्र फैरू ¨सह निवासी उदयपुरा को पूरी बात बताई तो दोनों ने सरला से बात की और 16 जून को तेजाब डालने का प्लान बनाया। दोनों किसी दूध की डेयरी से बेहद कम ज्वलनशील एक कांच की शीशी में तेजाब ले आए और सरला की बांह पर डाल दिया, वह मामूली रूप से झुलस गई। इसके बाद विरोधी पक्ष पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया।

लड़की के पीछे शुरू हुई रंजिश

वर्ष 2002 में अर्जुन का चाचा शीलेंद्र तेजाब डालने के फर्जी आरोपी साहब ¨सह की पुत्री को भगा ले गया था। इस पर साहब ¨सह और उसके पक्ष के लोगों ने शीलेंद्र की हत्या कर दी थी। इसके बाद शेष बचे दो भाई उदयवीर और सुनील ने 2015 में हुए पंचायत चुनाव में साहब ¨सह के पक्ष के शख्स की हत्या कर दी। उसी हत्या के आरोप में दोनों इटावा जेल में बंद हैं। दो परिवारों के बीच 15 साल से यह रंजिश चली आ रही है, जिसमें दो हत्याएं अब तक हो चुकी हैं। अब पूरे मामले का खुलासा हो चुका है। मामले में अर्जुन की मां सरला को भी षड़यंत्र का आरोपी बनाया गया है। प्रेस वार्ता में एडीशन एसपी संजय कुमार, एसपी क्राइम अनूप कुमार भी मौजूद थे।


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