85 आशा कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त
जागरण संवाददाता, एटा: स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लगातार लापरवाही बरतने पर बड़ी कार्रवाई की गई है। संस्
जागरण संवाददाता, एटा: स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लगातार लापरवाही बरतने पर बड़ी कार्रवाई की गई है। संस्थागत प्रसव कराने में फेल 85 आशा कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं चार ब्लॉकों के एमओआइसी (प्रभारी चिकित्साधिकारियों) और चार बीपीसीएम (ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेज मैनेजर) का वेतन रोका गया है।
कलक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद के तेवर कड़े रहे। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्टें देख उनका पारा और चढ़ गया। जिले में संस्थागत प्रसव का आंकड़ा महज 39 फीसद था, जबकि 85 आशा कार्यकर्ता ऐसी थीं, जिन्होंने पूरे साल में एक भी महिला का प्रसव नहीं कराया। इन सभी आशाओं की सेवा समाप्ति का आदेश जिलाधिकारी ने बैठक में ही जारी कर दिया। जिसमें विकासखंड अलीगंज की 20, अवागढ़ की 2, सकीट की 7, शीतलपुर की 9, जैथरा की 5, जलेसर की 19, निधौलीकलां की 19, मारहरा की 4 आशा शामिल हैं। टीकाकरण को लेकर भी जिलाधिकारी ने कड़ी आपत्ति जताई। गैप एनालाइसिस की रिपोर्ट प्रस्तुत न करने पर सीएमओ और सीएमएस के प्रति नाराजगी व्यक्त की। परिवार कल्याण की खराब प्रगति पर भी हिदायत दी। अफसरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि एमसीटीएस डाटा की सघन मानीट¨रग होनी चाहिए। फर्जी आंकड़े फीड करने और प्रस्तुत करने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। एमओआईसी अपने क्षेत्र के एसडीएम से समन्वय स्थापित कर झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ छापेमारी करें। वहीं अवागढ़, जलेसर, अलीगंज, जैथरा के एमओआइसी और बीसीपीएम का वेतन रोकने के निर्देश देते हुए हिदायत भी दी कि काम में बहानेबाजी न करें। अपनी कार्यशैली सुधारें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ प्रताप ¨सह भदौरिया ने कहा कि अस्पताल आने वाले प्रत्येक मरीज के अच्छे उपचार के साथ अच्छा व्यवहार भी किया जाए। चिकित्सकों की मौजूदगी शत फीसद होनी चाहिए। बैठक में सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय, एसीएमओ डॉ. एसएस पांडेय, डीटीओ डॉ. सीएस शर्मा सहित चिकित्साधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
भ्रूण हत्या की सूचना पर मिलेंगे एक लाख
कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने को भी बैठक में मंथन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की सटीक जानकारी देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।