जिला अस्पताल में योग न फिजियोथैरेपी
जागरण संवाददाता, एटा: यह जिला अस्पताल की लाचार व्यवस्थाएं हैं। जहां योगाचार्य और फिजियोथैरेपिस्ट की
जागरण संवाददाता, एटा: यह जिला अस्पताल की लाचार व्यवस्थाएं हैं। जहां योगाचार्य और फिजियोथैरेपिस्ट की तैनाती तो है लेकिन मरीजों को योग और फिजियोथैरेपी नहीं मिल पा रही। अस्पताल में विशेष ¨वग स्थापित न होने से इंतजाम ध्वस्त हैं और ये विशेषज्ञ अपना मूल काम छोड़ मरीजों की नब्ज टटोल रहे हैं, जबकि मरीजों को सेहतमंद बनाने के वास्ते विभाग इनका भारी-भरकम वेतन झेलने को मजबूर है।
जिला अस्पताल में दो विशेष ¨वगों के निर्माण के आदेश शासन स्तर से जारी हुए थे। जिसके तहत चार साल पहले आयुष ¨वग के लिए बजट भी जारी कर दिया गया था,लेकिन पर्याप्त स्थान न मिलने से अभी तक यह ¨वग नहीं बन सकी है। इस ¨वग में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी चिकित्सा पद्धतियों सहित योग के जरिये उपचार का भी प्रावधान किया गया था। एक योगाचार्य की नियुक्ति भी की गई। वहीं दो साल पहले एनसीडी (गैर संक्रामक रोग) ¨वग बनाने का भी आदेश आया, लेकिन बनने से पहले स्टाफ की नियुक्तियां कर दी गईं। इसमें एक फिजियोथैरिपस्ट भी शामिल हैं, जिनका कार्य मरीजों को विभिन्न एक्सरसाइज के जरिए मरीजों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना है लेकिन दोनों ही ¨वग अलग स्थापित न होने से योगाचार्य और फिजियोथैरेपिस्ट को अन्य डॉक्टरों या स्टाफ के साथ बैठा दिया गया है। ये लोग कभी मरीजों का परीक्षण तो कभी उनका बीपी नापते नजर आते हैं। इनके मूल कार्य के लिए महकमा इन्हें अच्छा खासा वेतन दे रहा है। लेकिन आमजन को उनकी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एके चतुर्वेदी ने बताया कि बिना आधारभूत ढांचे के मानव संसाधन की नियुक्ति किसी काम की नहीं है। भर्ती कर जो स्टाफ भेजा गया है उससे अस्पताल और मरीजों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।
अभ्यर्थियों की बढ़ी धुकधुकी
स्वास्थ्य विभाग में संविदा चिकित्साधिकारी, एएनएम, फार्मासिस्ट, एक्सरे टेक्नीशियन, डाटा एंट्री आपरेटर आदि पदों के लिए शुरू की गई भर्ती प्रक्रिया पर शासन स्तर से रोक लगा दी गई है। सीएमओ कार्यालय में शुक्रवार को ही इन पदों के लिए साक्षात्कार हुए थे और शनिवार को भी होने थे। लेकिन शाम को ही प्रक्रिया स्थगन का आदेश आ गया। शनिवार को तमाम अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए पहुंचते रहे। जबकि शुक्रवार को साक्षात्कार दे चुके अभ्यर्थी अब अगली प्रक्रिया की जानकारी को लेकर पूछताछ करते नजर आए।