हादसे की विभीषिका देखने को लगा रहा जमघट
जागरण संवाददाता, एटा: स्कूली बस व ट्रक की भीषण भिड़ंत में बारह मासूमों सहित तेरह मौतों के बाद दुर्घटन
जागरण संवाददाता, एटा: स्कूली बस व ट्रक की भीषण भिड़ंत में बारह मासूमों सहित तेरह मौतों के बाद दुर्घटना स्थल पर आसपास के गांवों के लोग पूरे दिन आते-जाते रहे। दुर्घटना स्थल पर ट्रक और बस के अवशेष देखकर लोग हैरत भरे अंदाज में कह उठते, जब दोनों वाहन मलबे में तब्दील हो गए, ऐसे में नन्हें-मुन्हें बच्चों का क्या हाल हुआ होगा।
गांव दशरथपुर के रहने वाले वीरेंद्र कुमार कहते हैं कि उन्हें घटना की जानकारी हालांकि कल हो गई थी, लेकिन वे मौत के मंजर वाले स्थल को देखना चाहते थे। घटना स्थल का हाल देखकर वे हैरत में थे, बोले दुर्घटना बहुत वीभत्स रही होगी। कैल्ठा गांव निवासी जितेंद्र व अशोक ने बताया कि वे बीते दिन दुर्घटना स्थल पर आए, लेकिन भीड़ के कारण दूर बने रहे। उनके क्षेत्र में बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत उनके गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है। वे गांव के आधा दर्जन लोगों के साथ घटनास्थल पर इसलिए आए, क्योंकि इस दुर्घटना में 13 लोगों का एक साथ मरना बहुत दुखदायी है। पूरे गांव में सुबह से इस दुर्घटना को लेकर दुख और ¨चता है।
घटना स्थल पर मिले गांव बनी के ग्रामीणों सतीश मिश्रा व रामकुमार कहते हैं कि वे अपने गांव के कई लोगों के साथ दुर्घटना स्थल को देखने इसलिए आए, क्योंकि क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना शायद ही हुई हो। महाराजपुर गांव के विनय कुमार और असदपुर गांव के प्रबल अन्य ग्रामीणों की तरह घटना स्थल को देखने के लिए आए। इन लोगों ने बताया कि उनके गांव के अलावा करीबी गांव के बच्चे बड़े हादसे के शिकार हुए थे। मन में दर्द था, आखिर इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया। अनेक महिलाएं भी दुर्घटना स्थल पर पहुंचीं। शकुंतला और बेबी का कहना था कि जब ट्रक की यह हालत हो गई, तो बच्चे तो कोमल होते हैं।