मानपाल और जीनत खान का पत्ता साफ
जागरण संवाददाता, कासगंज: जिले की तीनों सीटों पर आखिरकार अखिलेश समर्थकों का ही दबदबा कायम रहा। शुक्रव
जागरण संवाददाता, कासगंज: जिले की तीनों सीटों पर आखिरकार अखिलेश समर्थकों का ही दबदबा कायम रहा। शुक्रवार को जारी सूची में अखिलेश यादव ने एक बार फिर कासगंज से हसरत उल्ला शेरवानी, अमांपुर से वीरेंद्र सोलंकी और पटियाली से किरण यादव के नाम पर ही मुहर लगाई। मुलायम ¨सह यादव की सूची में शामिल रहे परिवहन राज्य मंत्री मानपाल ¨सह वर्मा और विधायक नजीबा खान जीनत की बेटी नाशी खान टिकट की दौड़ में पिछड़ गईं।
शुक्रवार को अखिलेश यादव द्वारा घोषित सूची में जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में उन्हीं चेहरों पर भरोसा जताया गया है। कासगंज से पूर्व विधायक हसरत उल्ला शेरवानी, अमांपुर से पूर्व विधायक वीरेंद्र ¨सह सोलंकी और पटियाली से किरण यादव के नाम अखिलेश खेमे की सूची में शामिल थे। जबकि मुलायम खेमे की तरफ से कासगंज में परिवहन राज्य मंत्री मानपाल ¨सह वर्मा, अमांपुर से राहुल पांडे तथा पटियाली से विधायक नजीबा खान की बेटी नाशी खान प्रत्याशी घोषित हुए थे। चुनाव आयोग का फैसला आने पर मुलायम ¨सह यादव ने अखिलेश यादव को 38 प्रत्याशियों की सूची सौंपी गई थी। उसके बाद से कुछ सपाई जिले के प्रत्याशियों में आंशिक बदलाव की संभावना जता रहे
थे। गुरुवार को पटियाली से किरण यादव और कासगंज से हसरत उल्ला शेरवानी ने नामांकन दाखिल कर अखिलेश यादव से ग्रीन सिग्नल मिलने के संकेत दे दिए थे तो शुक्रवार को जारी सूची ने अटकलों पर विराम लगा दिया। इसके बाद जहां टिकट
की रेस में पिछड़े दिग्गजों के समर्थक मायूस हो गए। वहीं घोषित प्रत्याशियों के समर्थकों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
देवेंद्र यादव ने दिखाई ताकत
जिले की दो सीटों पर प्रत्याशी चयन में पूर्व सांसद एवं जिलाध्यक्ष कुं. देवेंद्र ¨सह यादव अपनी ताकत दिखाने में सफल रहे। बसपा से टिकट कटने के बाद मायूस हसरत उल्ला शेरवानी के लिए सपा में उन्होंने ही पैरवी की थी। यह उनकी पैरवी का ही नतीजा था कि मौजूदा विधायक एवं परिवहन राज्यमंत्री मानपाल ¨सह को नाम काटकर शेरवानी को टिकट थमाया गया। ऐसे ही पटियाली विधायक नजीबा खान जीनत इस दफा अपनी बेटी नाशी खान के लिए टिकट मांग रहीं थीं। शिवपाल ¨सह की करीबी और सि¨टग विधायक होने के नाते मुलायम ¨सह यादव ने अपनी सूची में नाशी खान को घोषित किया था लेकिन वहां से देवेंद्र ¨सह यादव अपनी बेटी किरण यादव को टिकट दिलाने में सफल रहे।
वीरेंद्र सोलंकी को निष्ठा का इनाम
अमांपुर से प्रत्याशी घोषित हुए वीरेंद्र ¨सह सोलंकी को पार्टी के प्रति निष्ठा का इनाम मिला है। पिछले चुनाव में वे बसपा प्रत्याशी ममतेश शाक्य के मुकाबले करीब तीन हजार मतों से पिछड़ गए थे। साफ सुथरी छवि के कारण वीरेंद्र सोलंकी पहले दिन से ही पार्टी की पसंद थे लेकिन बाद में शिवपाल ¨सह ने उनकी जगह राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती अशोक पांडे के बेटे राहुल पांडे को प्रत्याशी घोषित कर दिया था।
मानपाल करेंगे समर्थकों से रायशुमारी
टिकट कटने के बाद परिवहन राज्य मंत्री मानपाल ¨सह ने सीधे सीधे कोई भी प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया। उनका कहना था कि वे अब लखनऊ से लौट रहे हैं। कासगंज पहुंचकर अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करेंगे। उसके बाद अगला कदम तय किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक टिकट कटने के बाद उनके समर्थक निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं।