कासगंज में भी दौड़ा परिवहन विभाग
जागरण संवाददाता, कासगंज: एटा में स्कूली बस एवं ट्रक हादसे की घटना के बाद शासन से लेकर स्थानीय प्रशास
जागरण संवाददाता, कासगंज: एटा में स्कूली बस एवं ट्रक हादसे की घटना के बाद शासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक में हड़कंप मच गया है। विशेष अभियान चलाने के निर्देश पर परिवहन विभाग के अधिकारी स्कूल बंदी के बावजूद भी प्रबंधकों के बीच पहुंचे। स्कूल खुलवाकर वाहनों के मानक परखे। इसी दौरान तीन स्कूली वाहन सीज कर दिए।
डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने एआरटीओ आनंद निर्मल को निर्देश दिए कि वह स्कूली वाहनों की फिटनेस की जांच करें। शुक्रवार को एआरटीओ ने अधीनस्थों की टीम बनाकर कार्रवाई शुरू की। कासगंज सोरों रोड पर परिवहन विभाग ने वाहनों की चे¨कग की। तीन स्कूली वाहन जो सवारियां ढो रहे थे और उन पर स्कूलों के परमिट भी नहीं थे, उन्हें सीज कर दिया गया। साथ ही एक स्कूली वाहन पर किरन आइटीआइ लिखा था, उसे मानक के विपरीत पाया गया। विभाग ने तत्काल इस वाहन से स्कूल का नाम हटवा दिया। इसके बाद परिवहन विभाग की टीम स्कूलों एवं प्रबंधकों के घर पहुंची। अवकाश होने के कारण स्कूल बंद थे, तो प्रबंधकों से संपर्क कर उनके स्कूल खुलवाए गए, जहां विभाग ने वाहनों के मानक परखे। एआरटीओ ने समस्त प्रबंधकों को निर्देश दिए कि जो वाहन जितनी सवारियों के लिए पास है, उसमें उतने ही स्कूली बच्चे बैठाए जाएं। इससे अधिक बच्चे बैठाने पर वाहनों को सीज कर दिया जाएगा। प्रबंधक के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति जिला प्रशासन से की जाएगी।
यह बनी योजना
एसजेएस स्कूल में प्रबंधक इंजीनियर अशोक तायल एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में सहमति बनी है कि अब स्कूली वाहनों पर स्पीड गवर्नेंस लगाया जाएगा, जिससे कोई भी वाहन चालीस किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक नहीं दौड़ सकेगा। इस योजना को परिवहन विभाग अन्य स्कूलों में भी लागू कराएगा।
बाजार में नहीं घुसेंगे बड़े वाहन
स्कूली बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर महा अभिभावक संघ आगे आया है। संघ ने पहल की तो परिवहन विभाग और जिला प्रशासन ने कई योजनाएं तैयार की हैं। अब विद्यार्थियों एवं नगर के हित में बडे़ वाहन बाजार में नहीं आएंगे, बल्कि सोरों गेट, बिलराम गेट, प्रभुपार्क उनके केंद्र बनेंगे। जहां से बच्चों को स्कूली बसें ले जाएंगी और वहीं छोड़ेंगी। महा अभिभावक संघ के संयोजक अमित पल्तानी एवं सह संयोजक अश्वनी चतुर्वेदी ने बताया, संघ निरंतर बच्चों की सुरक्षा को लेकर निरंतर अभियान चलाता रहेगा।
आज भी चलेगा अभियान
एआरटीओ आनंद निर्मल ने बताया, शनिवार को भी अभियान चलाया जाएगा। जिले में मात्र 48 से 50 वाहन स्कूलों के लिए पंजीकृत हैं। स्कूल पहुंचकर वहां यह देखा जाएगा कि कितने वाहन हैं और उनके पंजीकरण की क्या स्थिति है। किसी भी स्कूल में यदि मानक के विपरीत वाहन मिलते हैं, तो वाहनों को सीज कर दिया जाएगा।