शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर नहीं दे रहे राजस्व
जागरण संवाददाता, कासगंज: देश विभाजन के साथ ही भारत से पलायन कर पाकिस्तान गए लोगों की शेष परिसंपत्तिय
जागरण संवाददाता, कासगंज: देश विभाजन के साथ ही भारत से पलायन कर पाकिस्तान गए लोगों की शेष परिसंपत्तियों पर भू माफिया का कब्जा है। दो दर्जन से अधिक संपत्तियां भूमाफिया बेच चुके हैं। प्रशासन सिर्फ इन माफिया को नोटिस देकर अपने दायित्वों से इतिश्री कर बैठा है। इन पर काबिज लोग अब सरकारी राजस्व के शत्रु बन गए हैं और विभिन्न विभागों का कर जमा नहीं कर रहे हैं। प्रशासन अब नए सिरे से इसकी जांच कराएगा।
डेढ़ वर्ष पूर्व मुंबई से आई टीम ने जनपद में 152 शत्रु संपत्तियां चिन्हित की थीं। नगर की आधा दर्जन शत्रु संपत्तियों पर नगर पालिका का लगभग डेढ़ लाख रुपये बकाया है और इन पर काबिज लोग पालिका को चूना लगा रहे हैं। सबसे अधिक परिसंपत्तियां कासगंज तहसील क्षेत्र में पाई गई हैं। किनावा में एक, वाहिदपुर माफी में एक, ढोलना में तीन, खेड़िया में छह, रहमतपुर माफी में छह, विरहरा में एक, तालिकपुर सराय में 10, नरायनी में सात, मुबारिकपुर में चार, भिटौना में 19 एवं टंडोली माफी में सबसे अधिक 50 संपतियां पाई गई हैं। इस तहसील क्षेत्र में शत्रु संपत्तियों पर कब्जा किए रहे 20 लोगों ने भूमाफिया की भूमिका निभाई। शत्रु संपत्तियों को भिटौना के पांच एवं खेड़िया के 15 लोगों ने विभिन्न लोगों को बेच डाला। जब तहसील प्रशासन ने गहनता से जांच की, तो नियमानुसार स्टांप आदि बिक्री के लिए लगाए गए हैं। कासगंज तहसील क्षेत्र में कुल 121 शत्रु संपत्तियां चिन्हित की गई हैं। इन सभी संपत्तियों का रकवा 12 हजार हैक्टेअर है। बात सहावर तहसील क्षेत्र की करें, तो इस क्षेत्र में 18 एवं पटियाली तहसील क्षेत्र में 13 शत्रु संपत्तियां पाई गई है। जनपद कासगंज में कुल 152 शत्रु संपत्तियां पाई गई हैं।
अपर जिलाधिकारी एसपी ¨सह ने बताया कि अब तक क्या कार्रवाई हुई और किसको नोटिस दिए गए। इसकी जानकारी करेंगे, सिर्फ रिपोर्ट देने से ही काम नहीं चलेगा।