मुआवजा पाने को बता दी जहरीली शराब से मौत
जागरण संवाददाता, एटा: कोतवाली देहात क्षेत्र के राजबहादुर की मौत मस्तिष्क दौरा पड़ने से हुई थी। पोस्टम
जागरण संवाददाता, एटा: कोतवाली देहात क्षेत्र के राजबहादुर की मौत मस्तिष्क दौरा पड़ने से हुई थी। पोस्टमार्टम के दौरान जहरीली शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई है, जबकि परिजन जहरीली शराब पीने से मौत होने की बात कह रहे थे। मौत का कारण जहरीली शराब बताने के पीछे पांच लाख रुपये मुआवजा का लालच ही कहा जा सकता है। अब तक दो लोगों की मौत का कारण जहरीली शराब बताया गया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतकों के अंदर न तो अल्कोहल मिला और न कोई अन्य जहर। यह दोनों मौतें बीमारी से हुईं थीं।
कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव पंचमपुर निवासी 38 वर्षीय राजबहादुर पुत्र लोकमन ¨सह के शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। डॉ. एके मित्तल ने बताया कि राजबहादुर की मौत जहरीली शराब पीने से नहीं हुई। पोस्टमार्टम के दौरान खुलासा हुआ कि उसकी मौत ब्रेन हैमरेज (मस्तिष्क दौरा) पड़ने से हुई है। फिर भी मृतक का बिसरा जांच को सुरक्षित किया गया है। इधर मृतक के पुत्र कुलदीप का कहना था कि उसके पिता ने मंगलवार शाम और बुधवार सुबह गांव में ही कच्ची शराब का सेवन किया था, जिससे उनकी मौत हो गई। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि अलीगंज में हुईं जहरीली शराब से मौतों के बाद अब लोग पांच लाख के लालच में बीमारी से होने वाली मौत को भी जहरीली शराब से होना बताने लगे हैं।
बता दें कि 22 जुलाई को अलीगंज क्षेत्र के गांव अकबरपुर कोट निवासी महेशचंद्र पुत्र रामस्वरूप को हालत बिगड़ने पर परिजनों द्वारा स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया था। बाद में उसे जिला अस्पताल से आगरा रेफर कर दिया गया था। रास्ते में उसकी मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने बिचपुरी में जहरीली शराब पीने से महेश की मौत की बात कह रहे थे। यही नहीं डाक्टर पर मृतक का बिसरा सुरक्षित कराए जाने का भी दवाब बनाया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान उसकी मौत फैफड़े गलने के कारण होने की पुष्टि हुई थी।