मृत दो भाई बोले, साहब ¨जदा हैं हम
जागरण संवाददाता, एटा: एक-दो दिन, महीने साल नहीं बल्कि 18 साल पहले ही कागजों में मर चुके दो सगे भाई ह
जागरण संवाददाता, एटा: एक-दो दिन, महीने साल नहीं बल्कि 18 साल पहले ही कागजों में मर चुके दो सगे भाई हर अफसर से बार-बार कहते रहे कि वे ¨जदा हैं इसलिए उन्हें उनका हक दे दो मगर सिस्टम आज तक उन्हें ¨जदा साबित नहीं कर पाया। विरोधियों ने दोनों भाइयों को पीटकर जख्मी कर दिया और थाने जाकर पुलिस से कहा कि हम मरे नहीं ¨जदा हैं। कागजों में हमें 18 साल पहले मार दिया गया, अब मरे हुए की तरफ से एफआईआर दर्ज करो। पुलिस ने दोनों भाइयों और भतीजे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
यह वाकया सिस्टम की पोल खोलने के लिए काफी है कि 18 साल में यह साबित नहीं हो पाया कि दोनों जीवित हैं पूरा घटनाक्रम कुछ इस तरह है कि थाना जैथरा क्षेत्र के गांव हर¨सहपुर में रमेश चंद्र और विरमानंद को खानदान के लोगों ने मृत दर्शाकर जायजाद का फर्जीवाड़ा कर अपने नाम कर ली। जिसका आरोप घर खानदान के ही फूल ¨सह पर लगा और एफआइआर दर्ज हो गई। मामला अदालत तक पहुंच गया मगर कोई निर्णय नहीं हो सका और आज भी मामला चल रहा है। धीरे-धीरे दोनों पक्षों में रंजिश परवान चढ़ती रही। गुरुवार को फूल ¨सह पक्ष के जय प्रकाश, गो¨वद सुरेश आदि ने बिरमानंद और उसके भतीजे दीपक व भाई रमेश की लाठी डंडों से पिटाई कर दी। तीनों घायल अवस्था में ही थाने पहुंचे और पूरी कहानी एसओ को बताई। पुलिस को जब पता चला कि दोनों भाई तहसील व अन्य अभिलेखों में मृत हैं तो दंग रह गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल घायलों को अस्पताल भिजवाया। घायलों का कहना है कि मृत दर्शाने की वजह से सरकारी कामों में बार-बार बाधा आती है। एसओ जसरथपुर देशवीर ¨सह ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने थाने आकर पूरा मामला बताया है। धोखाधड़ी का मुकदमा पूर्व में दर्ज कराया था जो विचाराधीन है, जिसका फैसला नहीं हुआ है। फिलहाल घायल की ओर से एफआईआर चिकित्सकीय रिपोर्ट के आधार पर दर्ज की जाएगी।