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अफसरों ने ग्रामीणों के सिर फोड़ा गड़बड़ी का ठीकरा

जागरण संवाददाता, एटा: ¨सचाई मंत्री शिवपाल ¨सह द्वारा लोकार्पण के चंद घंटों बाद माचुआ रजवाह के ढहे हि

By Edited By: Published: Sat, 28 May 2016 10:34 PM (IST)Updated: Sat, 28 May 2016 10:34 PM (IST)
अफसरों ने ग्रामीणों के सिर फोड़ा गड़बड़ी का ठीकरा

जागरण संवाददाता, एटा: ¨सचाई मंत्री शिवपाल ¨सह द्वारा लोकार्पण के चंद घंटों बाद माचुआ रजवाह के ढहे हिस्से को लेकर विभागीय अधिकारियों में खलबली मची है। कार्यदायी संस्था और अपनी गड़बड़ियों को छुपाने के लिए अफसरों ने ग्रामीणों पर ही ठीकरा फोड़ दिया। उनका कहना है कि असामाजिक तत्वों ने रजवाह को नुकसान पहुंचाया है।

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26 मई को प्रदेश के ¨सचाई मंत्री ने मारहरा ब्लॉक क्षेत्र में 3.6 किमी. लंबे रजवाह का लोकार्पण किया। उनके जाने के बाद शाम को ही गांव अखतौली के पास रजवाह की एक दीवार ढह गई। इसे लेकर जहां किसानों में रोष है, वहीं क्षेत्रीय विधायक अमित गौरव यादव ने भी विभागीय अधिकारियों से आपत्ति जताई। इस खबर के बाद विभाग में हड़कंप मचा है। शनिवार को नरौरा डिवीजन लोअर गंगा नहर अलीगढ़ के अधीक्षण अभियंता शाहिद अली और अधिशासी अभियंता इम्यात्याज उर रहमान अन्य अधिकारियों के साथ क्षतिग्रस्त हिस्से पर पहुंचे। उन्होंने जांच-पड़ताल कर अपनी निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की। वहीं रजवाह का पानी रुकवाकर क्षतिग्रस्त हिस्से को सही कराने का काम शुरू कराया। इस दौरान उन्होंने कहा कि निर्माण के दौरान ही अखतौली पर कुछ लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा था। असामाजिक तत्वों ने 24-25 की रात इस हिस्से को क्षतिग्रस्त किया था, जिससे रिसाव की समस्या के कारण यह मुश्किल आई। उनका यह भी कहना था कि अन्य ¨बदुओं को लेकर भी जांच कराई जा रही है। यदि कार्यदायी संस्था की कमी निकलती है, तो उसका भुगतान नहीं किया जाएगा।

..तो जलमग्न हो जाता पूरा गांव

रजवाह की दीवार क्षतिग्रस्त होने से अखतौली गांव पर भी खतरा था। दरअसल, रजवाह के पास ही सूखी करौं नदी है। जब रजवाह का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ, तो पानी इसी नदी में चला गया। नदी न होती, तो यह पानी गांव में घुसकर उसे जलमग्न कर देता।

फिर क्यों छोड़ा गया पानी

निरीक्षण को आए अधिकारियों का कहना था कि उन्हें लोकार्पण से पहले उसी दिन लीकेज की जानकारी मिली थी, लेकिन मंत्री जी का कार्यक्रम तय होने के कारण काम नहीं कराया जा सका। हालांकि उनकी बात यह सवाल भी खड़ा करती है कि आखिर पानी छोड़ने की जल्दी क्या था।

कल होगा ट्रायल

डैमेज कंट्रोल कर चुके अधिकारी रजवाह का ट्रायल करने को तैयार हैं। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि क्षतिग्रस्त हिस्से पर काम करा दिया गया है। 30 मई को पानी छोड़कर रजवाह का ट्रायल लिया जाएगा, जिसके बाद इसे नियमित सुचारु करा दिया जाएगा।

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