सरकारी अभिलेखों में पार्क पर हकीकत में डलाबघर
जागरण संवाददाता, एटा: शहर के मुहल्ला शांतिनगर में लोगों के स्वास्थ्य और खेलकूद के लिए पार्क के लिए स
जागरण संवाददाता, एटा: शहर के मुहल्ला शांतिनगर में लोगों के स्वास्थ्य और खेलकूद के लिए पार्क के लिए स्थान तो निर्धारित किया गया, पर उसके सुंदरीकरण में जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी निभाना भूल गए। ऐसे में मुहल्ले के नक्शे से लेकर सरकारी अभिलेखों में दर्शित पार्क हकीकत में कूड़ा करकट के डलाबघर के रूप में परिवर्तित होता जा रहा है। जिससे लोगों को खासी परेशानी हो रही है। मुहल्ला में जब आवासीय प्लाट आवंटित किए गए तब लोगों के बेहतर स्वास्थ्य तथा बच्चों के खेलकूद के लिए पार्क की जगह निर्धारित की। दो साल पूर्व तक जलभराव की समस्या रहने के चलते पार्क का विकास न हो सका। बीते वर्ष पालिका द्वारा मार्ग व नालियां का निर्माण कराए जाने के बाद पार्क को विकसित करने के लिए जिम्मेदार कार्यदायी संस्थाएं अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने से चूक गई। ऐसे में खेलकूद और स्वास्थ्य के लिए बनाया गया पार्क डलाबघर बनकर रह गया। मुहल्ला निवासी शिक्षक विनय मिश्रा का कहना है कि पार्क के सुंदरीकरण के लिए पालिका प्रशासन को कई बार बताया जा चुका है, परन्तु इसके बावजूद अभी तक पार्क के विकास के लिए कोई प्रयास नहीं हुए है। पालिका की उपेक्षा के चलते पार्क अपना अस्तित्व खोता जा रहा है।
मुहल्ला निवासी मुरारीलाल यादव, रमेश चंद्र कुलश्रेष्ठ, गोपाल ¨सह यादव, प्रवेंद्र कुमार, सागर, शिवांक, अर्सित पाठक, सतीश चंद्र पाठक, नागेंद्र यादव, मुनेंद्रवीर गुप्ता, अम्बरीश दुबे, मोनी ने पालिका प्रशासन से जल्द से जल्द पार्क का विकास करने की मांग की है।