न टीवी, न रेडियो, कैसे सुनेंगे पीएम को
जागरण संवाददाता, एटा/कासगंज: न टीवी और न रेडियो। इंटरनेट तो बहुत दूर की बात है। फरमान तो विद्यालय पह
जागरण संवाददाता, एटा/कासगंज: न टीवी और न रेडियो। इंटरनेट तो बहुत दूर की बात है। फरमान तो विद्यालय पहुंच चुका है, लेकिन व्यवस्थाएं अब भी अधूरी हैं। शिक्षक दिवस के मौके शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी बच्चों से संवाद करेंगे।
पिछले वर्ष भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस पर बच्चों से संवाद किया था। इस बार पांच सितंबर को जन्माष्टमी की छुट्टी होने के चलते यह कार्यक्रम चार सितंबर को होगा। इसके लिए जिला स्तर पर डीआइओएस और बीएसए ने स्कूलों को बच्चों को संवाद दिखाने और सुनाने का फरमान तो जारी कर दिया, लेकिन विभाग ने स्कूल और ब्लॉक, न्याय पंचायत स्तर की व्यवस्थाओं पर गौर नहीं किया। तैयारियां को देखकर नहीं लगता कि सरकारी फरमान को विभाग पूरा कर सकेगा। तमाम कारण ऐसे हैं, जिन्हें जानते हुए भी विभाग अंजान बना हुआ है।
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों के सामने यह समस्या है कि किसी तरह टेलीविजन जुटा लिया जाए तो बिजली की व्यवस्था मुश्किल है। कारण विद्युतीकृत हो चुके स्कूलों में भी बिजली के दर्शन नहीं होते। न्याय पंचायत केंद्रों और ब्लाक केंद्रों पर भी प्रधानमंत्री के उद्बोधन की व्यवस्थाओं में बिजली प्रमुख अड़ंगा बनती नजर आ रही है। उधर, फरमान के बाद शिक्षकों में कार्यक्रम की मॉनीटरिंग को लेकर डर तो है, लेकिन परेशानियां भी कम नहीं।
घरों की शोभा बने टेलीविजन और कंप्यूटर
------
बेसिक शिक्षा विभाग ने कुछ सालों पहले ब्लॉक संसाधन केंद्रों और न्याय पंचायत केंद्रों के लिए टीवी सेट और कंप्यूटर उपलब्ध कराए थे। समय रहते यह संसाधन विभागीय लोगों के घरों तक पहुंच गए या फिर उनका अस्तित्व खत्म हो गया। फिर भी विभाग उन संसाधनों पर प्रसारण बच्चों तक पहुंचाने का भरोसा किए हुए है।
शुरू हुई रेडियो की खोज
-------------
किन्हीं परिस्थितियों में टीवी सेट या फिर इंटरनेट के माध्यम से भी बच्चों को प्रसारण दिखाने की व्यवस्था न होने पर रेडियो के माध्यम से बच्चों को उद्बोधन सुनाने का विकल्प है, जबकि 70 फीसद प्राथमिक व जूनियर स्कूलों की स्थिति यह है कि वहां अब तक मीना रेडियो नहीं खरीदा गया। ऐसे शिक्षक कार्रवाई से बचने को रेडियो तलाशने लगे हैं।
आज सुबह 10 बजे से होगा प्रसारण
---------
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सुबह 10 से 11.45 बजे तक बच्चों से संवाद करेंगे। संवाद का प्रसारण टेलीविजन, रेडियो, यू ट्यूब आदि के जरिए किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।