इनसे सीखें कोई ट्रेफिक संभालना
जागरण संवाददाता,एटा: जिस छोटे से शहर में लाखों की भीड़ उमड़ी हो। सड़कों पर मारामारी की नौबत हो, उस शहर
जागरण संवाददाता,एटा: जिस छोटे से शहर में लाखों की भीड़ उमड़ी हो। सड़कों पर मारामारी की नौबत हो, उस शहर की ट्रेफिक व्यवस्था उस दिन संभालना बड़ी टेढ़ी खीर थी लेकिन भोले बाबा के अनुयायियों ने जिस तरह से ट्रेफिक व्यवस्था संभाली उसे देखकर पुलिस भी दांतो तले अंगुली दबाती रही। सेवादारों ने एक फार्मूला के आधार पर इस व्यवस्था को शहर में संभाला।
आपको यह सुनकर अचरज हो सकता है कि शहर में जीटी रोड पर सबसे ज्यादा भीड़ थी मगर सुबह से लेकर दो बजे तक जाम नहीं लगा। शहर में पुलिस भी बेपरवाह नजर आई क्योंकि भोलेबाबा के सेवादार हर चौराहे पर व्यवस्था संभाल रहे थे। सत्संग के लिए पुलिस ने चौराहों को चार सेक्टरों में बांटकर सिपाहियों और होमगार्डो को जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन उनकी संख्या कम थी। सत्संग से पहले ट्रेफिक पुलिस का मानना था कि राजमार्ग पर वाहनों के अतिरेक से जाम की समस्या रहेगी । मंगलवार को को पूरे दिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की कतारें तो लगीं मगर जाम नहीं लगा। दो बजे के बाद जब सत्संग खत्म हुआ तो हाथी गेट, बड़ी मस्जिद,तहसील अलीगंज रोड, जीटी रोड पर थोड़ी देर के लिए जाम लग गया। जिसका कारण यह था कि रामलीला मैदान से एक साथ भीड़ निकल रही थी।
चलते रहो नहीं लगेगा जाम
भोले बाबा के वालंटियर्स ने अपने रटे-रटाए फार्मूला के जरिए ही यातायात की कमान संभाली । हर चौराहे पर दर्जन भर से ज्यादा कार्यकर्ता लगाए गए। सफेद ड्रेस पहने यह कार्यकर्ता सड़क पर किसी को रुकने नहीं दे रहे थे। वे लोगों से बार-बार चलते रहने के लिए कहते रहे। लोगों को पता था कि बड़ा आयोजन है इसलिए जाम लग सकता है लिहाजा सड़क पर चलते लोग भी गंभीर दिखे। इसी का नतीजा है कि यातायात सुचारू चलता रहा।