विश्वविद्यालय का बदलाव बन रहा मुसीबत
जागरण संवाददाता, एटा: डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय की कारगुजारी परीक्षार्थियों के लिए सिरदर्द बन र
जागरण संवाददाता, एटा: डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय की कारगुजारी परीक्षार्थियों के लिए सिरदर्द बन रही है। तृतीय वर्ष के परीक्षार्थियों को अंकों का विवरण उपलब्ध कराया जा रहा है, न कि अंकतालिका। ऐसे में नए संस्थानों में प्रवेश लेने की तैयारी कर रहे परीक्षार्थी परेशान हैं।
दरअसल, विवि ने पिछले सत्र 2014-15 का परीक्षाफल घोषित करने कई बदलाव किए हैं। विवि ने विद्यार्थियों को अंकतालिका के नाम पर अंकों का विवरण थमा दिया है। इस फेरबदल में विवि ने तृतीय वर्ष के परीक्षाफल में प्रथम और द्वितीय वर्ष के प्राप्तांक नहीं दर्ज किए हैं। छात्रों को तृतीय वर्ष का अधूरा परीक्षाफल मिला है। वहीं जब इंटरनेट से प्राप्त हुए अंकों के विवरण को लेकर विद्यार्थी नये संस्थानों में दाखिले को पहुंच रहे हैं, तो उनको वहां से वापस किया जा रहा है, जबकि विवि बाद में अंकतालिका जारी करने की बात कह रहा है। अब विभिन्न कोर्सो में आवेदन की तैयारी करने वाले और नौकरियों की तैयारी कर रहे विद्यार्थी अधूरा परीक्षाफल घोषित होने से दिक्कत में हैं। कालेज संचालक भी विवि से अंकतालिका आने का इंतजार करने की बात कहकर विद्यार्थियों को टरका देते हैं। वाणिज्य के प्रोफेसर डा. मोहन वाष्र्णेय कहते हैं कि परीक्षार्थियों की परेशानी बढ़ गई है। अब जब तक अंकतालिका नहीं आती, तब तक प्रवेश संभव नहीं है।
पहले मिल जाता था प्रवेश
बीते कई सत्रों से विवि का परीक्षाफल देर से घोषित हो रहा है। लेकिन पिछले सत्र तक विश्वविद्यालय इंटरनेट की अंकतालिका में ही विद्यार्थियों के प्रथम और द्वितीय वर्ष के अंक लिखकर देता था। दूसरे संस्थानों में प्रवेश लेने के दौरान परीक्षार्थी इंटरनेट की अंकतालिका पर कालेज प्राचार्य की मौहर लगवाकर प्रवेश ले लेते थे। साथ ही विद्यार्थियों को अपने परिणाम की स्थिति पता लग जाती थी।
विवि पर नहीं है डाटा
विवि की कारगुजारी का परिणाम परीक्षार्थी भुगत रहे हैं। विवि ने यह बदलाव इसलिए किया है क्योंकि विश्वविद्यालय के पास पिछले सत्रों का डाटा नहीं हैं। पिछले वर्ष तक परीक्षाफल घोषित करने का काम संभाल रही एजेंसी डाटा लेकर चली गई हैं। अब काम नई एजेंसी को सौंपा गया है।
कहते हैं विद्यार्थी
परिणाम तो घोषित हो गया है, लेकिन ऐसे परिणाम से क्या फायदा? इंटरनेट की मार्कशीट को लेकर जाते हैं तो कहीं प्रवेश नहीं मिलता। विवि की कारगुजारी परेशानी बन गई है।
सत्यम गुप्ता
मैं तो बीटीसी में आवेदन करने की तैयारी कर रही थी। लेकिन अधूरे परीक्षाफल के चलते कहीं प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। अब परीक्षाफल को देखकर परेशान हो रहे हैं।
शिवांगी श्रीवास्तव