कचरे के ढेर पर 'कुमाता' का अंश
जागरण संवाददाता, अमांपुर (एटा): 'मां' शब्द जब मुंह से निकलता है तो अपने आप मां के जज्बात हिलोरें ले
जागरण संवाददाता, अमांपुर (एटा): 'मां' शब्द जब मुंह से निकलता है तो अपने आप मां के जज्बात हिलोरें ले उठते हैं और सुखद अहसास होता है, मगर उस मां को क्या कहेंगे जो संतान को दुनिया में आने भी देती है और फिर कचरे में फेंक देती है। जैसा कि बुधवार को कस्बा में हुआ। एक मां ने बच्ची को जन्म दिया फिर जीवित अवस्था में ही कचरे के ढेर पर फेंक दिया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
अमापुर के मुहल्ला जवाहर नगर में कचरे के ढेर पर जब नवजात बच्ची को पड़ा देखा तो भीड़ लग गई। मुहल्ले के लोगों ने बताया कि एक महिला घूरे की तरफ आयी और बच्ची को डाल कर चली गयी। जब जाकर देखा तो वह बच्ची जीवित थी, मगर थोड़ी देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया। नवजात बच्ची को घूरे के ढेर पर पड़े होने की जानकारी पर काफी संख्या में लोग देखने के लिए इकट्ठे हो गए। लोग जन्म देने वाली मां को कोस रहे थे कि उनकी संवेदनाएं कूड़े के ढेर पर दम तोड़ती बच्ची को लेकर भी थीं।