बस स्टैंड की मांग को लेकर व्यापारी आक्रोशित
जागरण संवाददाता, गंजडुंडवारा (एटा): बसें तो आती हैं लेकिन खड़े होने की जगह नहीं है। यात्रियों के इंतज
जागरण संवाददाता, गंजडुंडवारा (एटा): बसें तो आती हैं लेकिन खड़े होने की जगह नहीं है। यात्रियों के इंतजार करने को प्रतीक्षालय भी नहीं है। हर साल प्रस्ताव बनते हैं, लेकिन अधर में लटक जाते हैं। गंजडुंडवारा वासियों को एक अदद बस स्टैंड की दरकार है। लोगों की परेशानी बढ़ रही है। व्यापार प्रभावित हो रहा है, विकास रुका पड़ा है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। बस स्टैंड न बनने पर व्यापारियों में गुस्सा है।
गौरतलब है कि एक लाख की आबादी वाले कस्बे में 60 साल की आजादी के बाद भी रोडवेज बस स्टेंड नहीं है। गंजडुंडवारा-एटा मार्ग कस्बे को दिल्ली, आगरा, अलीगढ़, कानपुर समेत कई बड़े शहरों से जोड़ता है। बस स्टैंड न होने के चलते यहां रोडवेज बसें भी कम ही आती हैं। हालात यह हैं कि बरसात के मौसम यात्री सड़क पर खड़े होकर बसों का इंतजार करते हैं। इसे लेकर कई बाद शासन प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की। जिसे लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर कस्बे में बस स्टैंड बनवाने की माग की है।
माग करने वालों में व्यापार मंडल के अध्यक्ष उमेश आर्य, महामंत्री शाहिद अंसारी, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार गुप्त, निरीक्षक किशनचन्द्र तिवारी, ज्ञानेश्वर प्रसाद, अश्वनी गुप्ता, नूर मोहम्मद अंसारी, फहीम अख्तर, ब्रजमोहन, अमित गुप्ता, शिखर गुप्ता समेत तमाम व्यापारी शामिल हैं।